VIDEO: परिवहन विभाग का कमाल! 6100 करोड़ का राजस्व किया अर्जित, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: परिवहन विभाग ने गत वित्तीय वर्ष में 6100 करोड़ का राजस्व अर्जित किया है. राजस्व संग्रहण में विभाग का यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. फ़ील्ड में RTO और DTO अधिकारियों की मेहनत से परिवहन विभाग ने यह उपलब्धि हासिल की है. परिवहन विभाग ने बीते वित्तीय वर्ष में राजस्व संग्रहण में ज़ोरदार काम किया है. बीते वित्तीय वर्ष के मुक़ाबले विभाग ने क़रीब 1400 करोड़ का अधिक राजस्व हासिल किया है. परिवहन विभाग में दिसंबर के महीने तक अधिकतर RTO और DTO का प्रदर्शन ख़राब था लेकिन परिवहन आयुक्त के एल स्वामी ने लगातार बैठकें ले कर फ़ील्ड अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए. इसके अलावा फ़रवरी और मार्च के महीने में मुख्यालय से वरिष्ठ अधिकारियों की टीम भी अलग अलग RTO रीजन में भेजी गई थी.

इसका परिणाम यह हुआ कि वित्तीय वर्ष के अंतिम महीनों में फ़ील्ड के अधिकारियों ने पूरे मनोयोग से काम किया और विभाग का राजस्व 6100 करोड़ पहुँच गया.परिवहन विभाग ने वित्तीय वर्ष पूरा होने के बाद जो रैंकिंग जारी की है उसमें जैसलमेर DTO को पहला स्थान मिला है. इस बार की फ़ाइनल रैंकिंग में एक और ख़ास बात रही है 15 ज़िला परिवहन अधिकारी ऐसे हैं जिन्होंने तय राजस्व से अधिक राजस्व हासिल किया है. इनमें से कई DTO ऐसे भी है जिन्होंने पहली बार यह मुक़ाम हासिल किया है. वहीं भीनमाल, आबूरोड, सिरोही, करौली, समेत कुछ DTO ऐसे भी हैं जिनका प्रदर्शन काफ़ी कमजोर रहा है.

परिवहन विभाग की फ़ाइनल रैंकिंग में कई रोचक तथ्य सामने आए हैं. अधिकतर DTO के यहां कर संग्रहण बंद होने के बाद राजस्व के आंकड़ों में कमी आई है तो वहीं धौलपुर DTO एकमात्र ऐसी जगह है जिसने कर संग्रहण केंद्र बंद होने के बाद तय राजस्व से अधिक राजस्व अर्जित किया है. धौलपुर DTO का यह प्रदर्शन इसलिए भी क़ाबिले गौर है कि क्योंकि यहां राजनीतिक दबाव और माफ़ियां का काफ़ी प्रभाव है. RTO जगदीश बैरवा और DTO विजय कुमार मीणा की मेहनत से धौलपुर में अच्छा rakaab आया है. मुख्यालय से संयुक्त आयुक्त नानूराम चोयल के दौरे से भी काफ़ी असर आया है. वहीं सिरोही में स्थाई DTO नहीं लगाने से सिरोही का प्रदर्शन काफ़ी निराशाजनक रहा है. 

इन DTO ने हासिल किया तय से ज्यादा राजस्व:  
जैसलमेर 
खेतडी
कोटपूतली
नोखा
पाली
फलौदी
नागौर
दूदू
धौलपुर
किशनगढ़
बालोतरा
बीकानेर
दौसा,
सलूँबर
भिवाड़ी