आंध्र प्रदेश देश का एक प्रमुख शैक्षणिक केंद्र- एस अब्दुल नजीर

विजयवाड़ा: राज्यपाल एस अब्दुल नजीर ने कहा है कि आंध्र प्रदेश देश का एक प्रमुख शैक्षणिक केंद्र है और तीन केंद्रीय विश्वविद्यालयों, 20 स्वायत्त संस्थानों, 25 राज्य स्तरीय विश्वविद्यालयों, चार डीम्ड विश्वविद्यालयों तथा पांच निजी विश्वविद्यालयों के साथ वह उच्च शिक्षा क्षेत्र में भी अग्रणी बना हुआ है.

राज्यपाल ने बुधवार को शहर में आंध्र लोयोला कॉलेज के हीरक जयंती समारोह का उद्घाटन करते हुए ये टिप्पणियां कीं. इस दौरान उन्होंने नए शैक्षणिक ब्लॉकों का उद्घाटन किया और मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में भाग लिया. नजीर ने बुधवार रात राजभवन द्वारा जारी एक बयान में कहा, ‘‘राज्य सरकार ने कुरुपम में जनजातीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय, विजयनगरम में जेएनटीयू-गुरजादा, ओंगोल में आंध्र केसरी विश्वविद्यालय, वाईएसआर कडप्पा में डॉ वाईएसआर आर्किटेक्चर एंड फाइन आर्ट्स विश्वविद्यालय जैसे कई नए उच्च शिक्षण संस्थानों की स्थापना की है.

कई शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना के लिए कदम उठाए:
उन्होंने कुरनूल में क्लस्टर विश्वविद्यालय के साथ ही मौजूदा 11 वर्तमान चिकित्सा महाविद्यालयों और स्थापित किए जा रहे 17 चिकित्सा महाविद्याालयों का भी उल्लेख किया और कहा कि इनका उद्देश्य समाज के सभी वर्गों के लिए चिकित्सा शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करना है. राज्यपाल के अनुसार, केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के प्रावधानों के अनुसार आईआईटी-तिरुपति, एनआईटी-ताडेपेल्लीगुडेम, आईआईएम-विशाखापत्तनम, आईआईएसईआर-तिरुपति, केंद्रीय विश्वविद्यालय-अनंतपुर और अन्य जैसे कई शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना के लिए कदम उठाए.

शिक्षा देकर इतिहास में अपनी पहचान बनाई:
उन्होंने कहा कि दक्षिणी राज्य ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक मजबूत आधार बनाया है. उन्होंने छात्रों से इन संस्थानों का अधिक से अधिक उपयोग करने का आग्रह किया. नजीर ने याद दिलाया कि आंध्र लोयोला कॉलेज ने पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी और मिजोरम के राज्यपाल कंभमपति हरि बाबू जैसे कई शानदार पूर्व छात्रों को शिक्षा देकर इतिहास में अपनी पहचान बनाई है. सोर्स-भाषा