जयपुर: CS सुधांश पंत ने विभागवार समीक्षा बैठकों का दौर पूरा कर लिया है. इसके साथ ही नई सरकार में गवर्नेंस की नई नीति के साथ सरकारी मशीनरी को नई सोच के साथ सक्रिय कर दिया गया है.
मंत्रियों के विभाग बंटवारे और अधिकारियों के तबादले के बाद सरकारी मशीनरी चार्ज हो गई है.
ब्यूरोक्रेसी के नए मुख्य सुधांश पंत ने विभागीय समीक्षा बैठकों के दौर को पूरा कर लिया है.
इसके तहत नई सरकार में नई सोच के साथ 100 दिन की कार्य योजना बनाकर उसे मूर्त रूप देने के विभागों को निर्देश दिए हैं.
इसके लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को मंत्रियों के विभागों के बंटवारे के बाद उनके साथ बेहतर तालमेल करके 100 दिन की कार्य योजना बनाने और उसे मूर्त रूप देने के लिए कहा है.
नवाचारों को बढ़ावा देते हुए सोशल मीडिया और मीडिया पर खुद से ज्यादा योजनाओं विभागों के कामों और नीतियों का प्रचार करने के निर्देश दिए हैं.
जब मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं हुआ था तब पूर्व में विभागों ने कार्य योजना बनाई थी जो नई सरकार की कार्य नीतियों के हिसाब से नहीं माना जा रहा था.
वित्त विभाग ने 100 दिन की कार्य योजना में अर्थव्यवस्था में संतुलन बनाना, ट्रेजरी के कामकाज को ऑनलाइन करके उसे क्रियाशील और स्मूथ बनाना शामिल है.
इसके साथ ही माली हालत सुधारने के कदम उठाया जाना भी कार्य योजना में शामिल है
वहीं जिस योजना या प्रोग्राम के लिए पैसा आवंटित हुआ है इस योजना इस कार्यक्रम या इस मध्य में खर्च हो या सुनिश्चित करने और मॉनिटरिंग करने का काम भी अहम रूप से करने के लिए सीएस ने निर्देश दिए हैं.
योजनाएं और काम, प्रोजेक्ट सही गति से चलें और सही समय पर पूरा हों ताकि योजनाओं के संचालन में दिक्कत नहीं हो और सही समय पर राशि मिलना जारी रह सके.
इससे प्रोजेक्ट और काम भी सही समय पर पूरा हो सकेंगे.
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने वित्तीय अनुशासन बनाने को प्राथमिकता में शुमार किया है.