जयपुर: राजस्थान में बीते कुछ समय से इलेक्ट्रिक वाहनों का क्रेज लगातार बढ़ रहा है. अब सिर्फ दोपहिया ही नहीं बल्कि दोपहिया वाहनों की बिक्री भी प्रदेश में बहुत तेजी से हो रही है.
मौजूदा समय में पेट्रोल और डीजल की रिकॉर्ड कीमतों से परेशान लोग अब ई वाहनों की ओर रुख कर रहे हैं. बीते कुछ महीनों में प्रदेश में ही वाहनों की बिक्री में बहुत तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अभी तक अधिकतर लोग दोपहिया यह वाहन खरीद रहे थे लेकिन अब जो पहिया एवं खरीदने वाले लोगों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. भारी डिमांड का असर यह है कि जयपुर समेत प्रदेश के हर शहर में ही वाहनों की काफी किल्लत देखी जा रही है. बुकिंग कराने के करीब 1 महीने बाद लोगों को ई स्कूटी या कार की डिलीवरी मिल पा रही है.
पेट्रोल और डीजल की भारी महंगाई के दौर में व्हीकल लोगों के लिए आर्थिक तौर पर काफी सुविधाजनक साबित हो रहे हैं. यही कारण है कि प्रदेश में लोग बड़ी तेजी से ही वाहनों को अपनी पहली पसंद बना रहे हैं. सिर्फ स्कूटी या कार ही नहीं बल्कि जयपुर शहर में इलेक्ट्रिक बसों की एंट्री भी हो चुकी है. बीते कुछ महीनों में ही जयपुर शहर में 11 इलेक्ट्रिक बसों का पंजीकरण हुआ है. यह बसें जयपुर शहर में संचालित अलग-अलग कंपनियों की ओर से खरीदी गई है. ई वाहनों की बिक्री के बढ़ते आंकड़े से प्रदेश के ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है. जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह वाहनों की बिक्री में और बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी क्योंकि नई तकनीक के जो वाहन आ रहे हैं वह लोगों के लिए काफी सुविधाजनक है. कई बड़ी-बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी भी विकल्प का प्रोडक्शन कर रही हैं जिसे लोगों का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है.
परिवहन आयुक्त के एल स्वामी का कहना है कि राज्य सरकार ने बीते वर्ष के 1 सितंबर से प्रदेश में जो ई व्हीकल पॉलिसी लागू की है. उस कारण भी प्रदेश में ई वाहनों की बिक्री का आंकड़ा बड़ा है. अशोक गहलोत सरकार का भी यह प्रयास है कि प्रदेश में ई मोबिलिटी को बढ़ाया जाए इसी कारण परिवहन विभाग ने पिछले वर्ष ई व्हीकल पॉलिसी लागू की थी जिसके तहत प्रदेश में ही व्हीकल खरीदने वाले लोगों को राज्य सरकार की ओर से सब्सिडी दी जा रही है. परिवहन आयुक्त केएल स्वामी ने बताया कि प्रदेश में वाहनों की बढ़ती बिक्री का आंकड़ा काफी उत्साहजनक है और बीते वर्ष प्रदेश में जितने ई वाहनों की बिक्री हुई है उसने अभी तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
अब आपको बताते हैं कि वाहनों की बिक्री से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण आंकड़े...
- वर्ष 2021 में प्रदेश में 17613 ई स्कूटरों की बिक्री दर्ज की गई
- वहीं 2022 में यह आंकड़ा बढ़कर 57709 पर पहुंच गया
- इसी तरह वर्ष 2021 में देश में सिर्फ 759 ई कारों की बिक्री दर्ज हुई
- वहीं 2022 में यह आंकड़ा 1988 पर पहुंच गया
- 2021 में प्रदेश में 1242 मोपेड की बिक्री दर्ज हुई
- वहीं 2022 में यह आंकड़ा 2644 पर पहुंच गया
इसके अलावा भी ई रिक्शा, ई मोटर कैब, समेत कई तरह के वाहनों की बिक्री में काफी बढ़ोतरी दर्ज हुई है. प्रदेश में दीवानों की बिक्री के बढ़ते आंकड़ों में जयपुर शहर सबसे अग्रणी है ही वाहनों की बिक्री में सबसे अधिक बढ़ोतरी जयपुर में ही दर्ज की गई है. बढ़ते वाहनों का असर सड़क पर भी देखा जा रहा है. जहां बड़ी संख्या में ग्रीन कलर की नंबर प्लेट के वाहन संचालित होते नजर आ रहे हैं जिस स्पीड से ही वाहनों की बिक्री बढ़ रही है. उससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस वर्ष के आखिरी तक प्रदेश में ही वाहनों की बिक्री नया रिकॉर्ड स्थापित करेगी.