जयपुर: नया साल 2024 आपके जीवन में अपार खुशियां लेकर आएं. नववर्ष 2024 का राशिफल कैसा रहेगा. मकर राशि वालों के लिए ये नया साल कैसा रहेगा. चलिए जानते है मकर राशि वालों के लिए यह नववर्ष में क्या क्या उतार चढाव देखने को मिलेंगे.
मकर राशि:
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा.अनीष व्यास ने बताया कि यह साल मकर राशि वालों के लिए आर्थिक रूप से अनुकूल परिणाम लेकर आने वाला है. आपके राशि स्वामी आपके दूसरे भाव के स्वामी भी हैं. वहीं शनि दूसरे भाव में पूरे वर्ष बने रहने के कारण आर्थिक रूप से आपको मजबूत बनाते रहेंगे. आप चुनौतियों से डरेंगे नहीं और उनका डटकर सामना करेंगे. प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी. गुरु 1 मई तक चौथे भाव में रहकर पारिवारिक जीवन में खुशियां लेकर आएंगे और करियर को भी सफलता देंगे. 1 मई से आपके पंचम भाव में जाकर संतान संबंधित समाचारों के कारण बन सकते हैं. पूरे वर्ष आपके तीसरे भाव में रहकर आपके जोखिम लेने की प्रवृत्ति को बढ़ाएंगे और आपके व्यापार में भी आपको अच्छी सफलता प्रदान कर सकते हैं. दूसरों के मामलों में हस्तक्षेप करने से बचना आपके लिए सफलता दायक होगा. आपको अपने परिवार को जोड़कर रखने के लिए प्रयास करने होंगे और आपके प्रयास करने से आपको इस वर्ष सफलता भी मिल सकती है. वर्ष की शुरुआत प्रेम संबंधों के लिए अनुकूल रहेगी और आपका अपने प्रियतम से जुड़ाव होगा. एक दूसरे पर विश्वास बढ़ेगा. करियर में अच्छी सफलता इस वर्ष आपको मिल सकती है जबकि विद्यार्थियों को मेहनत और एकाग्रता से आगे बढ़ने पर दक्षता बढ़ेगी और पढ़ाई में सफलता मिलेगी. उच्च शिक्षा वाले विद्यार्थियों को कुछ व्यवधानों का सामना करना पड़ सकता है. वैवाहिक जीवन में कुछ सावधानियां रखनी आवश्यक होंगी. स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह वर्ष अनुकूल रहेगा. हल्की - फुल्की समस्याएं बीच-बीच में परेशान कर सकती हैं.
कैरियर:
ज्योतिषाचार्य डा.अनीष व्यास ने बताया कि इस वर्ष दशम स्थान पर गुरु के प्रभाव से आपको कार्यक्षेत्र में अच्छा अच्छा लाभ प्राप्त होगा. अप्रैल के बाद समय और अनुकूल हो रहा है उस समय आप किसी के साथ मिलकर कोई नया कार्य प्रारंभ कर सकते हैं जिसमें आपको अच्छा लाभ प्राप्त हो सकता है. राहु- केतु भी आपको सपोर्ट करते रहेंगे. राहु आपके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा और आप जोखिम लेने के काबिल बनेंगे. इस दौरान आप कठिन परिश्रम करेंगे और अपनी नौकरी या बिजनेस में अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा कर पाने की स्थिति में होंगे. विदेश में काम के इच्छुक लोगों का सपना मई के बाद पूरा हो सकता है. राशि स्वामी शनि दूसरे भाव में होंगे. शनि स्वयं की राशि में होंगे, इसलिए आपको कोई विशेष हानि नहीं करेंगे. इस वर्ष तीसरे भाव में राहु स्थित होने से आप अपने काम को एक चुनौती की तरह लेकर उसे कम से कम समय में बढ़िया से बढ़िया तरीके से करके देना पसंद करेंगे. आपकी यही काबिलियत आपके कार्यक्षेत्र में आपको मशहूर कर सकती है. नवंबर का महीना आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण रहेगा. इस दौरान एक अच्छी पदोन्नति के योग बन सकते हैं, इसके अतिरिक्त अप्रैल और अगस्त में स्थानांतरण के योग बनेंगे. यदि आप नौकरी बदलना चाहते हैं, तो इस दौरान बदल सकते हैं.
आर्थिक स्थिति:
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि वर्ष आरंभ में चतुर्थ स्थान का गुरु आपको संचित धन की प्राप्ति करा सकता है. अष्टम स्थान पर गुरु की दृष्टि पैतृक संपत्ति भी प्राप्त करवा सकती है. इस साल की शुरुआत में बुध और शुक्र आपके एकादश भाव में स्थित होंगे इससे आय अच्छी होगी. अप्रैल के बाद एकादश स्थान पर गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से धन आगमन में निरंतरता बनी रहेगी. 1 मई को गुरु पंचम भाव में आ जाएंगे, जहां से वह आपके नवम भाव, प्रथम भाव और एकादश भाव को देखेंगे. इससे आपके धन प्राप्ति के मार्ग में आ रही सभी बाधाएं दूर होंगी और आप आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे. यह वर्ष आपको आर्थिक तौर पर बहुत कुछ प्रदान करने वाला है. बस अपनी ओर से आपको तैयार रहना चाहिए. भूलकर भी सितंबर में धन का निवेश ना करें, क्योंकि इस दौरान लगाया गया धन डूबने के प्रबल योग बनेंगे. आपको अप्रैल मई-जून और सितंबर के महीनों में अच्छा आर्थिक लाभ मिल सकता है.
परिवार:
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि पारिवारिक दृष्टिकोण से वर्ष की शुरुआत बेहद उत्तम रहने वाली है. द्वितीय भाव में शनि अपनी राशि के होने और चतुर्थ भाव में गुरु के अपनी मित्र राशि में उपस्थित होने के कारण पारिवारिक सामंजस्य की बढ़ोतरी होगी. वर्ष का पूर्वार्ध अधिक अनुकूल रहेगा, उसके बाद 1 मई को गुरु आपके पंचम भाव में प्रवेश करेंगे. राहु आपके तृतीय भाव में विराजमान रहेंगे, जिससे आप जीवन में अच्छी सफलता तो प्राप्त करेंगे, लेकिन भाई बहनों को कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और उनसे आपके संबंधों पर भी असर पड़ सकता है. कोशिश करें कि वाद विवाद ना बढ़े और उनसे प्रेम पूर्वक पेश आएं, इससे आपको बड़ा लाभ होगा. आपकी स्पष्टवादीता घर के कुछ लोगों को अच्छी लगेगी, लेकिन कुछ लोग खुश होकर कड़वा सोच समझकर बुरा भी मान सकते हैं. ऐसी स्थिति में उन सभी को एक साथ साधना आपके लिए एक बड़ा काम होगा. आप दिल से सबको प्रेम करते हैं, तो यह वर्ष आपको आपके अपनों का प्रेम दिलाएगा और उनके करीब लाएगा. संतान की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ सामान्य रहेगा परंतु अप्रैल से गुरु ग्रह का गोचर पंचम स्थान में हो रहा है उसके बाद समय अनुकूल हो जाएगा. संतान प्राप्त के इच्छुक व्यक्तियों को संतान प्राप्त की संभावना इस वर्ष बनेगी.
प्रेम - रोमांस :
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि कि इस वर्ष गुरु 1 मई को आपके पंचम भाव में प्रवेश करेंगे. यह समय आपके प्रेम संबंधों को स्पष्टता और मजबूती प्रदान करेगा. आप एक दूसरे के प्रति जिम्मेदार रवैया रखेंगे, एक दूसरे के सुख और दुख में पूरा साथ देंगे और जहां कहीं भी आवश्यकता हो एक दूसरे की मदद करेंगे. इससे न केवल आपका एक दूसरे पर भरोसा बढ़ेगा बल्कि आप अपने रिश्ते की अहमियत को भी समझ पाएंगे. सही मायने में आप एक दूसरे के पूरक के रूप में अपने रिश्ते को आगे लेकर बढ़ेंगे. हालांकि,जुलाई-अगस्त में अपने प्रियतम के स्वास्थ्य का ध्यान रखें. सितंबर से दिसंबर के बीच आपका प्रेम परवान चढ़ेगा. साल की शुरुआत से ही बुध और शुक्र आपके एकादश भाव में बैठकर वहां से आपके पंचम भाव पर दृष्टि डालेंगे, जिससे आपके प्रेम संबंध में भरपूर रोमांस और प्यार के योग बनेंगे. आप एक दूसरे के दिल में जगह बनाने में कामयाब रहेंगे और अपने रिश्ते को परिपक्वता की ओर आगे बढ़ाएंगे. एक दूसरे पर विश्वास जमेगा. आपको एक बात का जरूर ध्यान रखना है कि जुलाई से अगस्त के बीच जब मंगल का गोचर आपके पंचम भाव में होगा, तो वह समय आपके रिश्ते के लिए तनावपूर्ण हो सकता है. उस समय के दौरान आपको किसी भी तरह के वाद विवाद को टालने की कोशिश करनी चाहिए ताकि कोई बड़ी समस्या ना हो और आपका रिश्ता भली प्रकार चल सके.
शिक्षा:
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि प्रतियोगिता परीक्षार्थियों के लिए वर्ष का प्रारंभ सामान्य रहेगा. संघर्षात्मक परिस्थितियों में आपको सफलता मिलेगी विद्यार्थियों के लिए अप्रैल के बाद का समय बहुत शुभ रहेगा. यदि आप किसी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं, तो जनवरी से फरवरी और फिर अगस्त से सितंबर तथा नवंबर के महीनों में आपको उत्तम और आशातीत सफलता मिलने के प्रबल योग बनेंगे. हालांकि आपको अपनी मेहनत से पीछे नहीं हटना है और जी भर कर मेहनत करनी है, जिसका आपको प्रणाम आने वाले समय में मिलेगा. उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थियों को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. आपकी एकाग्रता में कमी महसूस होगी और अनेक विषय होंगे, तो आपका ध्यान खींचेगे. व्यवधान के कारण आपकी पढ़ाई बाधित हो सकती है, लेकिन हिम्मत ना हारें और मेहनत करते रहें. शिक्षा के लिए विदेश जाने का सपना फरवरी और अप्रैल के महीनों में पूरा हो सकता है, इसी सिलसिले में सितंबर का महीना भी लाभ देगा.
स्वास्थ्य:
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष सामान्य रहेगा द्वितीय स्थान का शनि आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है. अप्रैल के बाद स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से समय अनुकूल हो रहा है राशि स्थान पर गुरु ग्रह के दृष्टि प्रभाव से आप मानसिक रूप से संतुष्ट रहेंगे. पूरे वर्ष खान-पान को नियंत्रण रखें और योग अभ्यास करते रहें. यदि आपको पूर्व में कोई रोग हुआ है तो इस बार भी वह आपकी परेशानी का मुख्य कारण बनेगा. आपको स्वास्थ्य संबंधी कुछ छोटी-मोटी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. अच्छा खाएं और सेहत का अच्छा ख्याल रखें. कई लोगों को पेट की समस्या हो सकती है. अगर कोई बड़ी या छोटी समस्या हो भी जाए तो लापरवाही न करें और जरूरत पड़ने पर तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लें. आपको अपनी बीमारी से राहत मिलेगी, जिससे आपका मानसिक तनाव भी दूर होगा. साढ़ेसाती का अंतिम चरण मानसिक रूप से आपको स्वस्थ रखेगा. जो मानसिक परेशानियां पिछले वर्ष थी इस वर्ष उनसे छुटकारा मिलेगा. उचित आहार और पर्याप्त नींद लेना फायदेमंद होगा
ज्योतिष उपाय:
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि शनिवार के दिन जरूरतमंद लोगों को कंबल दान कर सकते हैं. शनि चालीसा का पाठ करें. गौमाता को हरा चारा और थोड़ा सा गुड़ खिलाएं तथा चीटियों को आटा डालें. उड़द की दाल के पकोड़े सरसों के तेल में तल पर गरीबों को खिलाएं.