19 मई तक मेष राशि में रहेगा शुक्र, 5 राशियों के लिए शुभ समय, जानिए क्या पड़ेगा प्रभाव

जयपुर: 25 अप्रैल को शुक्र अपनी उच्च राशि छोड़कर मेष में आ गया है. इस राशि में 19 मई तक रहेगा. इस ग्रह का शुभ-अशुभ असर लव लाइफ, पैसा, ऐश्वर्य, आनंद, मकान, वाहन, ज्वैलरी, कॉस्मेटिक सामान आदि मामलों पर होता है. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि 25 अप्रैल को शुक्र अपनी उच्च राशि छोड़कर मेष में आ गया है. इस राशि में 19 मई तक रहेगा. 19 मई को शुक्र सुबह 8:42 पर वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे. वैवाहिक जीवन में भी शुक्र की स्थिति का असर पड़ता है, यदि कुंडली में शुक्र अच्छी स्थिति में है तो दांपत्य जीवन सुखद रहता है. वहीं शुक्र की दुर्बल स्थिति व्यक्ति के वैवाहिक जीवन को खराब कर सकती है. शनि व बुध शुक्र के मित्र ग्रहों में आते है. शुक्र ग्रह के शत्रुओं में सूर्य व चन्द्रमा है. शुक्र के साथ गुरु व मंगल सम सम्बन्ध रखते हैं. वृषभ एवं तुला राशि के स्वामी शुक्र कन्या राशि में नीच राशिगत संज्ञक तथा मीन राशि में उच्चराशिगत संज्ञक कहे गए हैं. 

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र को रचनात्मकता और रोमांस का ग्रह माना जाता है. यह जातक के जीवन विलासिता की स्थिति लेकर आता है. यह जातक के जीवन में प्रेम संबंधों को प्रभावित करता है. शुक्र को विवाह के लिए प्रमुख ग्रहों में से एक माना जाता है. ज्योतिष में शुक्र का विशेष स्थान है. शुक्र देव के शुभ होने पर जातक का सुप्त भाग्य भी जाग जाता है. शुक्र के शुभ होने पर मां लक्ष्मी की भी विशेष कृपा होती है. मां लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है. मां लक्ष्मी की कृपा से व्यक्ति का जीवन सुखमय हो जाता है और दुख-दर्द हमेशा के लिए दूर हो जाते हैं. शुक्र ऐश्वर्य,विलासिता और पूर्णतः भौतिकवादी वस्तुओं के कारक हैं. शुक्र को सभी ग्रहों में सबसे चमकदार ग्रह माना जाता है. चूंकि शुक्र एक शुभ ग्रह है इसलिए कुंडली में इसकी अच्छी स्थिति से जातकों को जीवन में कई सुख सुविधाएँ मिलती हैं लेकिन मुख्य रुप से प्रेम, भौतिक सुखों में इसकी मजबूती से वृद्धि होती है. 

प्रभाव
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र के पास अमृत संजीवनी है और शुक्र पृथ्वी के साथ है. वस्तुओं की लागत बढ़ सकती है. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी शुभ असर देखने को मिलेगा. ललित कलाओं की तरफ आप का रूझान हो सकता है. यदि आप मनोरंजन के क्षेत्र से जुड़े हैं तो आपको शुभ फल प्राप्त होगा. वहीं मीडिया आदि के क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों को भी यह शुक्र लाभ कराने वाला होगा.  जॉब और बिजनेस से संबंधित परेशानियां दूर होंगी.  जॉब बदलने का विचार मन में है तो यह समय आपके लिए उत्तम रहेगा. व्यवहार में सौम्यता लाएगा.  शुक्र का गोचर मान सम्मान में वृद्धि और प्रमोशन का कारक भी बन सकता है.  इस दौरान भटकाव की स्थिति से बचना होगा.

शुक्र के उपाय 
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि मां लक्ष्मी अथवा मां जगदम्बा की पूजा करें. भोजन का कुछ हिस्सा गाय, कौवे और कुत्ते को दें. शुक्रवार का व्रत रखें और उस दिन खटाई न खाएं. चमकदार सफेद एवं गुलाबी रंग का प्रयोग करें. श्री सूक्त का पाठ करें. शुक्रवार के दिन सफेद वस्त्र, दही, खीर, ज्वार, इत्र, रंग-बिरंगे कपड़े, चांदी, चावल इत्यादि वस्तुएं दान करें.

5 राशियों के लिए शुभ समय
भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र की चाल में बदलाव होने से मेष, मिथुन, सिंह, धनु और मकर राशि वाले लोगों के लिए अच्छा समय रहेगा. इन राशियों के नौकरीपेशा और बिजनेस करने वाले लोगों को फायदा हो सकता है. कामकाज की तारीफ होगी और आगे बढ़ने के मौके मिल सकते हैं. किस्मत का साथ मिलेगा. दुश्मनों पर जीत मिलेगी. लव लाइफ और दांपत्य जीवन में सुख मिलेगा.

3 राशि वालों के लिए मिला-जुला समय
कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र के राशि परिवर्तन करने से वृष, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों के लिए मिला-जुला समय रहेगा. इन राशि वालों की सेहत में सुधार होगा लेकिन रोजमर्रा के कामों में रुकावटें आ सकती है. पैसा खर्चा हो सकता है. दांपत्य सुख में कमी आ सकती है. साझेदारी संबंधी मामलों में उलझनें आ सकती हैं. बिजनेस के जरूरी फैसले सोच-समझकर लेने होंगे.

4 राशि वालों के लिए अशुभ
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र के राशि बदलने से कर्क, कन्या, तुला और वृश्चिक राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा. इन राशियों के लोगों के फालतू खर्चे बढ़ सकते हैं. दांपत्य सुख में कमी आ सकती है. राज की बातें उजागर हो सकती है. मेहनत बढ़ेगी. अपोजिट जेंडर वालों से संबंध बिगड़ सकते हैं. विवाद और दौड़-भाग भी हो सकती है.