VIDEO: हर हर महादेव के जयकारों से गूंजी मरुधरा, राजस्थान में धूमधाम से मनाया जा रहा है महाशिवरात्रि पर्व, मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना

जयपुर: देवों के देव महादेव की साधना का महापर्व महाशिवरात्रि आज पूरे प्रदेशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है. राजधानी जयपुर के सभी शिव मंदिरों में भगवान भोले बाबा की विशेष पूजा अर्चना की जा रही है. छोटी काशी जयपुर के शिवालयों में आज विशेष आयोजन किया जा रहा है. क्वींस रोड स्थित झारखंड महादेव मंदिर में भोलेनाथ का भव्य शृंगार किया गया. यहां थाईलैंड-कोलकाता-बेंगलुरु के पुष्पों से शिव शंकर सजेंगे. चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर में दूल्हा महादेव बनेंगे. सिटी पैलेस के राजराजेश्वर महादेव मंदिर में सुबह 9 से  5 बजे तक दर्शन होंगे. मोती डूंगरी की पहाड़ी स्थित एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर आज बंद रहेगा. कोरोना के बाद लगातार तीसरे साल भी दर्शनार्थियों के लिए मंदिर बंद रहेगा. गोविंद देवजी मंदिर के काला महादेव मंदिर में भोलेनाथ की विशेष आराधना होगी. अमरापुर स्थान पर 15 फीट ऊंची शिवजी की सुंदर झांकी के दर्शन होंगे. 

सूर्य की गति के अनुसार घूमता है शिवलिंग:
जयपुर के चौमूं में मंदिरों में ओम नमः शिवाय के जयकारे गूंजे. चौमूं के महारकलां मालेश्वर धाम प्रसिद्ध मंदिर में भक्तों का तांता लगा. मालेश्वर धाम मंदिर में सूर्य की गति के अनुसार शिवलिंग घूमता है. हर छह माह में शिवलिंग उत्तरायण से दक्षिणायन में अपना झुकाव बदलता है. शिवालयों में श्रद्धालु भोलेनाथ को गाजर, बेर, बीलपत्र, पुष्प चढ़ाकर पूजा अर्चना कर रहे. मंदिरों में श्रद्धालुओं ने दूध, दही, घी, शहद से भोलेनाथ का जलाभिषेक किया.

पाली जिले के शिवालयों में श्रद्धालुओं की कतार: 
पाली जिले के शिवालयों में श्रद्धालुओं की कतार लगी हुई है. सादड़ी स्थित परशुराम महादेव के दर्शन करने श्रद्धालु पहुंचे. निंबेश्वर महादेव, भूतेश्वर महादेव सहित शिवालयों में अभिषेक कर रहे है. परशुराम महादेव समेत प्रमुख मंदिरों में सुरक्षा को लेकर पुलिस बल तैनात किया गया. 

करौली में हर-हर महादेव की गूंज:
करौली के मंदिरों में महाशिवरात्रि पर हर-हर महादेव की गूंज सुनाई दे रही है.शिवालयों और मंदिरों में शिव पूजन के लिए भक्तों की कतार है. श्रद्धालु हाथों में पूजा की थाली सजाए पूजा अर्चना के लिए पहुंच रहे. व्रत उपवास रखकर शिव आराधना की जा रही है. शिवालय में रुद्राभिषेक के भी आयोजन चल रहे. गोमतेश्वर शिवालय, गोविंददेवजी शिवालय, गुलाब बाग शिवालय,बैठा हनुमान शिव मंदिर में भक्तों की भीड़ लगी हुई है. विभिन्न बगीचियों पर भी युवा शिवपूजन को पहुंच रहे. भांग ठंडाई के आयोजन का भी दौर चल रहा है.

राजस्थान का 1 मात्र मन्दिर जहां विराजमान है पारे के रूप में शिवलिंग:  
झालरापाटन नवलखा किले पर भक्तों की भीड़ उमड़ रही. महाशिवरात्रि के मौके पर 108 किलो के पारे के शिवलिंग की पूजा अर्चना की जा रही है. अभिषेक करने की होड़ मची है. हर कोई पारे की शिवलिंग की पूजा अर्चना, अभिषेक करना चाहता है. 108 किलो से बने पारे के शिवलिंग पर आराधना करने से ही हर मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. 100 शिवलिंगों की पूजा अभिषेक करने ओर पारे के शिवलिंग की 1 बार में बराबर पुण्य मिलता है. राजस्थान का 1 मात्र मन्दिर जहां पारे के रूप में शिवलिंग विराजमान है. 

प्रसिद्ध गौतमेश्वर महादेव पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़:
प्रतापगढ़ में महाशिवरात्रि पर शिवालयों में हर-हर बम बम की गूंज सुनाई दे रही है. प्रसिद्ध गौतमेश्वर महादेव पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी हुई है. महादेव का पंचामृत से अभिषेक किया जा रहा है. शहर के दीपेश्वर महादेव मंदिर में भी भक्तों का सैलाब नजर आ रहा है. गौरी सोमनाथ,कमलेश्वर,गुप्तेश्वर महादेव मंदिर पर आकर्षक विद्युत सजावट की गई.  शहर में भव्य शोभायात्रा निकलेगी. हजारों की संख्या में श्रद्धालु शोभायात्रा में शामिल होंगे. शिव की भक्ति में डूबा हुआ आज पूरा शहर नजर आ रहा है. शोभायात्रा के स्वागत के लिए तोरण द्वार बनाए गए. दर्जनों झांकियां भी लोगों के आकर्षण का केंद्र होगी. राष्ट्रीय राजमार्ग 56 से होकर शोभायात्रा गुजरेगी. नगर परिषद की ओर से भी पांच दिवसीय मेले का आगाज होगा.सुरक्षा को लेकर पुलिस की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए है. शोभायात्रा के मार्ग पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी. 

बांसवाड़ा को कहा जाता है लोढ़ी काशी:
बांसवाड़ा: लोढ़ी काशी के नाम से ख्यात बांसवाड़ा में हर तरफ हर हर महादेव गूंज रहा है. शहर और आस पास में स्वयंभू साढ़े बारह शिवलिंग होने से बांसवाड़ा को लोढ़ी काशी कहा जाता है.जिला मुख्यालय पर स्थित प्राचीन मदारेश्वर मंदिर में भरेगा सबसे बड़ा मेला अल सुबह से ही दर्शन करने वाले भक्तों का लगा तांता, लंबी लंबी लगी कतार जिले के भगोरा गांव और महालक्ष्मी चौक पर भगोरेश्वर मंदिर में अर्द्धलिंग हैं. धौलपुर जिले के ऐतिहासिक मंदिरों पर आस्था का सैलाब उमड़ रहा. सैपऊ महादेव पर लक्खी मेला लग रहा. प्राचीन चोपड़ा मंदिर,अचलेश्वर मंदिर पर भी भक्तों की आवाजाही शुरू हो गई है.