Rajasthan: जैसलमेर की सरकारी लाइब्रेरी को दिया मॉडर्न लुक, फ्री वाई-फाई, 50 हजार किताब, स्टूडेंट्स की संख्या भी बढ़ी

जैसलमेर: जैसलमेर के हनुमान चौराहा पर स्थित सरकारी लाइब्रेरी इन दिनों सबकी पहली पसंद बनी हुई है. लाइब्रेरी में सभी सुविधाएं मौजूद है, जो एक निजी लाइब्रेरी में होती है. लाइब्रेरी को अडाणी फाडंडेशन के 70 लाख रुपए के सीएसआर फंड से मॉडर्न लुक दिया गया है. मॉडर्न लुक के बाद अब इस लाइब्रेरी में कंप्यूटर,वाई-फाई,मॉडर्न फर्नीचर, मूक बधिरों के लिए ब्रेल लिपि की किताबों के साथ हिन्दी अंग्रेजी साहित्य की करीब 50 हजार किताब है. ये सारी सुविधाएं सबके लिए फ्री है. लाइब्रेरी में मॉडर्न लुक मिलने के बाद 80 मेंबर बने हैं और 50 से भी ज्यादा स्टूडेंट कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं.

शहर के हनुमान चौराहा पर स्थित इस लाइब्रेरी पर निर्माण, रंग-रोगन और साज-सज्जा के साथ फर्नीचर पर निजी कम्पनी की तरफ से 70 लाख रुपए खर्च किए हैं. ये लाइब्रेरी अब पूरी तरह से हाईटेक बन गई है और जैसलमेर में इस स्तर का सुविधाओं से बना दूसरा पुस्तकालय या लाइब्रेरी सरकारी या निजी क्षेत्र में भी मौजूद नहीं है. सरकारी लाइब्रेरी के लाइब्रेरियन अक्षय कुमार ने बताया कि लाइब्रेरी में मॉडर्न कुर्सियों, बैंच और सेंट्रल टेबल को रखवाया गया है. मैन हॉल में सभी किताबों को नई अलमारियों में इस तरह से रखा गया है,जिससे वे आसानी से नजर आ सकें. हजारों किताबों को नई अलमारियों में करीने से रखा गया है. ऊपरी मंजिल पर दोनों बड़े कमरों में से एक को हाईटेक बनाया गया है.  भाषा एवं पुस्तकालय विभाग की ओर से संचालित इस लाइब्रेरी में किताबों का भंडार है. यहां जीवन और प्रकृति से जुड़े सभी विषयों की लगभाग 50 हजार से ज्यादा किताब हैं. कोलकाता के राजा राममोहन राय पुस्तकालय प्रतिष्ठान की तरफ से सबसे ज्यादा किताब मुहैया करवाई जा रही है. जैसलमेर में साल 1961 में इस पुस्तकालय की स्थापना की गई.

जैसलमेर के हनुमान चौराहा पर स्थित जिला पुस्तकालय की कायापलट की गई है. इस इमारत को मॉडर्न लाइब्रेरी का रूप दिया गया है. जैसलमेर के पूर्व कलेक्टर आशीष मोदी की पहल पर अडाणी फाडंडेशन ने सीएसआर फंड से इस लाइब्रेरी पर निर्माण, रंग-रोगन और साज-सज्जा के साथ फर्नीचर पर 70 लाख रुपए खर्च किए हैं. यह पुस्तकालय अब पूरी तरह से हाईटेक बन गया है और जैसलमेर में इस स्तर का सुविधाओं से बना दूसरा पुस्तकालय या लाइब्रेरी सरकारी या निजी क्षेत्र में भी मौजूद नहीं है.  दूसरे कमरे में पढ़ने की सुविधा बनाई गई है. खासकर युवाओं को जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वालों को दी जाएगी. लाइब्रेरी में लॉकर की सुविधा भी मुहैया करवा दी गई है. पूरी लाइब्रेरी में एलईडी लाइट का इंतजाम किया गया है ताकि बिजली का खर्च भी कम आए और सभी जगह बेहतरीन रोशनी हो.