ऑपरेशन गरिमा: मनचलों की धरपकड़ के लिए अभियान, सीएम गहलोत के निर्देश के बाद अभियान की शुरूआत

जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशों के बाद पुलिस मुख्यालय ने मनचलों की धरपकड़ के लिए 9 दिवसीय अभियान शुरू किया है. भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर महिलाओं और बालिकाओं के साथ मनचलों द्वारा छेड़छाड़ और छींटाकशी की घटनाओं को रोकने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है.  महिलाओं और बालिकाओं से छेड़छाड़ और छींटाकशी की घटनाओं की शिकायतें प्रदेश में काफ़ी दिनों से चल रहीं हैं,आज भी स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों के बाहर बालिकाओं को ऐसे मनचलों का सामना करना पड़ता है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ऐसी घटनाओं को लेकर चिंता जताते हुए हाल ही में एक बड़ा फ़ैसला लिया है.

मनचले प्रवृति के लोगों को सरकारी नौकरियों में भाग लेने से वंचित करने का फ़ैसला लिया गया है. राजस्थान प्रदेश का इकलौता प्रदेश हैं जहाँ इस तरह का फ़ैसला लिया गया है. CM नए हाल ही में अपने आवास पर हुई बैठक में DGP को मनचलों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे. अब CM अशोक गहलोत के निर्देशों के बाद PHQ ने इस बारे में 9 दिवसीय प्रदेशव्यापी अभियान शुरू किया है. 18 अगस्त तक नौ दिवसीय राजव्यापी अभियान ऑपरेशन गरिमा संचालित किया जा रहा है जिसकी माँनीटीरिंग पुलिस मुख्यालय के स्तर से की जाएगी. अतिरिक्त महानिदेशक सिविल राइट्स स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि अभियान के तहत स्कूल-कॉलेज, सार्वजनिक स्थान, कोचिंग सेंटर, गर्ल्स हॉस्टल और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस कर्मियों द्वारा निगरानी की जाएगी.

ट्रेन, बस आदि सार्वजनिक परिवहन के साधनों में सादा वस्त्रों में पुलिसकर्मी निगरानी रख कार्रवाई करेंगे. निर्भया स्क्वाड, मानव तस्करी विरोधी यूनिट और थाना पुलिस द्वारा स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर पर महिला गरिमा हेल्पलाइन 1090, चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 एवं संबंधित जिलों के व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबरों का व्यापक प्रचार प्रसार करेंगे. महिलाओं और बालिकाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों और उनकी सजाओं के बारे में आमजन, युवाओं एवं स्कूल कॉलेज के छात्राओं को जागरूक किया जाएगा. साथ में ऐसी घटनाओं से बचने के उपाय के संबंध में भी जानकारी दी जाएगी,इस अभियान के तहत किसी तरह की शिकायत प्राप्त होने और कोई भी सन्दिग्ध घटना संज्ञान में आने पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी,महिलाओं और बालिकाओं से आदतन छेड़छाड़ और छींटाकशी करने वाले मनचलों को चिन्हित कर उनकी समस्त गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जाएगी. 

CM के निर्देशों के बाद अलग अलग जगह प्रयोग होने वाले चरित्र प्रमाण पत्र में मनचलों का विशेष तोर से किया जाएगा, जिसके बाद ऐसे लोगों को सरकारी नौकरी में शामिल होम का मौक़ा नहीं मिलेगा. अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध दिनेश एमएन द्वारा जारी किए गए इन निर्देशों के अनुसार महिलाओं एवं बालिकाओं से छेड़छाड़ एवं छींटाकशी या अन्य अवांछित कृत्य करने वालों के विरुद्ध परिवाद के आधार पर निरोधात्मक कार्रवाई में चालान होने पर उनके चरित्र सत्यापन में इसका उल्लेख किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस संबंध में परिवाद प्राप्त होने पर संबंधित के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाइयों के विवरण की अलग से पंजिका का संधारण किया जाएगा. चरित्र सत्यापन में इस पंजिका के आधार पर महिलाओं एवं बालिकाओं से छेड़छाड़ एवं छींटाकशी या अन्य अवांछित कृत्य करने की निरोधात्मक कार्रवाई का उल्लेख किया जाएगा.एडीजी ने बताया कि नाबालिगों द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं से छेड़छाड़ एवं छींटाकशी करने की सूचना पर नाबालिग के परिजनों को बुलाकर उनके सामने समझाइश की जाएगी. मनचलों पर प्रदेश में इस तरह का एक्शन दूसरे प्रदेशों के लिए एक मिसाल की तरह है.अगर पुलिस की सख़्ती के बाद मनचलों पर नियंत्रण पाया गया तो प्रदेश में महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी.