जोधपुर में 6 महीने की मासूम सहित चार लोगों की हत्या के मामले में पुलिस को मिली कामयाबी, मृतक के भतीजे को हिरासत में लिया; 2 बड़े कारणों का हुआ खुलासा

जोधपुर: 6 महीने की मासूम सहित एक ही परिवार के 4 सदस्यों को मार कर जलाने के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. मृतक पूनाराम के भतीजे पप्पू राम को हिरासत में लिया गया है. पुलिस की पूछताछ में पप्पू राम द्वारा घटना को अंजाम देना स्वीकारने की सूचना है. 

वहीं सामूहिक हत्याकांड को अंजाम दने के पीछे 2 बड़े कारणों का खुलासा हुआ है. संपत्ति विवाद और पप्पू राम के भाई की आत्महत्या का भी कनेक्शन जुड़ रहा है. पप्पू राम का भाई सूरत में रहते हुए आत्महत्या कर चुका है. अपने भाई की मौत के मामले में पूनाराम के बेटे रेवतराम पर संदेह था. इसी के चलते भाई की मौत का बदला लेने के लिए पूरी साजिश रची थी. 

रेवतराम को मारने के उद्देश्य से पप्पू राम पूनाराम के घर पर आया था. रेवतराम को नहीं पाकर पहले पत्नी धापू पर हमला बोला फिर बदले की भावना से एक-एक कर सभी को कुल्हाड़ी से मौत के घाट उतार दिया. पप्पू राम द्वारा फोन पर पिछले दो-तीन दिनों में कई लोगों से इस संबंध में बात की गई थी. पुलिस हर पहलू पर इस मामले में गंभीरता से जांच कर रही है. IG जयनारायण शेर, SP धर्मेंद्र सिंह के प्रयासों से कामयाबी मिली है. वहीं जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता भी लगातार एक्टिव मोड में नजर आए. 

 

आपको बता दें कि जोधपुर के आज अलसुबह ओसियां क्षेत्र के एकलखोरी के रामनगर गांव में एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या का मामला सामने आया था. मिली जानकारी के अनुसार दो महिलाओं, एक बच्ची और एक पुरुष के झोपड़े के पास जले हुए शव मिले थे. चार लोगों की हत्या की सूचना के सुबह घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जुट गई. पुलिस के मुताबिक, मृतकों में परिवार के मुखिया पूनाराम बैरड़ (55), उनकी पत्नी भंवरीदेवी (50), पुत्रवधु धापू (24) और 6 महीने की बच्ची शामिल है. 

परिवार के लोग घर के बाहर सो रहे थे:
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक परिवार के लोग घर के बाहर सो रहे थे. इसी दौरान उनकी हत्या की गई. इसके बाद सभी को घसीटते हुए घर के आंगन में लाया गया और आग लगा दी. ग्रामीणों ने जब सुबह घर से धुंआ उठते देखा तो मकान के पास पहुंचे. यहां अंदर देखा तो पता चला चारों के शव जले हुए पड़े थे.