Sirohi News: सात वर्षीय नाबालिग से दुराचार के आरोपी को 20 साल का कठोर कारावास की सुनाई सजा, 50 हजार देना होगा अर्थदंड

सिरोही: पॉक्सो विशेष न्यायालय के विशेष न्यायाधीश अनूप कुमार पाठक ने एक मामले में फैसला सुनाते हुए दुराचार के आरोपी को 20 साल का कठोर कारावास व 50 हजार के अर्थदंड से दंडित किया है. इस मामले में विशेष न्यायालय के विशेष लोक अभियोजक 15 गवाह और 31 दस्तावेज न्यायालय में पेश किए थे. पॉक्सो विशेष न्यायालय के विशेष लोक अभियोजक प्रकाश धवल ने बताया कि मंडार थाने में पीड़ित ने गत 7 अगस्त 2021 को रिपोर्ट देते हुए बताया कि एक गांव निवासी मजदूरी के लिए घर में प्लास्टर का काम करने आया था, जिसे उसकी 7 साल की बेटी अच्छे से पहचानती है. 

उसके बुलाने पर घर के आंगन में खेल रही बेटी उसके बुलाने पर चली गई. इस पर वह उसे जबरदस्ती बाइक पर बैठ कर एक मंदिर के पीछे सुनसान जगह पर ले गया. वहां पहले खुद के कपड़े उतारे और उसके साथ गलत हरकत की, जिस पर बेटी चिल्लाई तो आरोपी ने उसका गला दबाने की कोशिश की. इस पर बेटी के रोने की आवाज सुनकर वहां मवेशी चराने वाला वहां पहुंचा तो बेटी के कपड़े नीचे उतरे हुए थे तथा वह रो रही थी जबकि आरोपी बिना कपड़े के था, तो आस पास गांव के लोग भी मौके पर पहुंचे तो लोगों को देख आरोपी बाइक लेकर भाग गया. 

मंडार पुलिस ने जांच के बाद मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर..बेटी व आरोपी की मेडिकल जांच करवाई, तथा उनके सैंपल लेकर जांच में भेजे गए थे, जिसमें दुराचार की पुष्टि हुई थी, जिसकी रिपोर्ट लोक अभियोजन की तरफ से न्यायालय में पेश की गई, इस मामले में लोक अभियोजक प्रकाश धवल ने 15 गवाह पेश कर उनकी गवाही करवाई तथा 31 दस्तावेज न्यायालय में पेश किए, पुलिस ने इस मामले में पीड़ित तथा आरोपी दोनों की मेडिकल जांच करवाई. 

 

मेडिकल के दौरान सेंपल लेकर FSL भिजवाए गए जहां DNA रिपोर्ट से भी दुष्कर्म की पुष्टि हुई. न्यायालय ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद अभियोजन के पेश किए गए तथ्यों से सहमत होकर आरोपी विष्णु मेघवाल, निवासी वरमाण को 20 साल का कठोर कारावास व 50 हजार के अर्थ दंड से दंडित किया है. वहीं इस मामले में न्यायालय ने विशेष टिप्पणी करते हुए लिखा कि आरोपी 21 वर्षीय व्यस्क व्यक्ति है जिसे 7 वर्ष की अबोध बालिका के साथ दुष्कर्म का कार्य किया है, ऐसे व्यक्ति के साथ नरमी रुख अपनाया जाता है तो ऐसे में समाज में इसका विपरीत असर पड़ता है.