जयपुर: राज्य स्तरीय पालनहार लाभार्थी संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संबोधित करते हुए कहा कि पालनहार योजना पर इस बार 300 करोड़ अधिक खर्च होंगे. अगर बच्चों को सहायता नहीं मिलती तो पता नहीं इन बच्चों का भविष्य क्या होता ? यह योजना वसुंधरा राजे ने शुरू की थी, लेकिन उन्होंने बजट नहीं दिया. इस योजना को मैंने पकड़ लिया, क्योंकि मैं अच्छी योजना पकड़ लेता हूं. पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने हमारी योजना बंद करती रही. लेकिन हमने उनकी योजना बंद नहीं की. पालनहार योजना को हमने मजबूत किया. ERCP योजना भी उनके समय की थी लेकिन उसको हम आगे बढ़ा रहे.
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि मुझे छल्ला लग गया,निमोनिया हो गया, फ्रैक्चर हो गया. फिर भी मैं अंतिम सांस तो प्रदेशवासियों की सेवा करूंगा. चाहे किसी पद पर रहूं ना रहूं लेकिन सेवा करता रहूंगा. CM गहलोत ने शायरी से अपने इरादे जाहिर किए. CM गहलोत ने एक शायरी से बड़ा राजनीतिक सन्देश दिया. न पूछो मेरी मंजिल कहां है? अभी तो सफर का इरादा किया है. ना हारूंगा हौसला उम्र भर..ये मैंने किसी से नहीं खुद से वादा किया है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि PM को सोशल सिक्योरिटी पूरे देश में लागू करनी चाहिए. देश में इसके लिए कानून बनना चाहिए. मेरे दोनों अंगूठों में एक साथ लग गई. ईश्वर चाहता है कि मैं कुछ दिन आराम करूं. क्योंकि महंगाई राहत कैंप में खूब घूम लिया. CM गहलोत ने सहायता राशि हस्तांतरित की.
इन जिलों में इतने लाभार्थियों को लाभ हस्तांतरण:
लाभार्थी उत्सव के दौरान अजमेर जिले के 29,377,
अलवर के 33,649, बांसवाड़ा के 16,034,
बारां के 9,037, बाड़मेर के 21,035,
भरतपुर के 27,599, भीलवाड़ा के 22,021
बीकानेर के 14,159, बूंदी के 11,807
चित्तौड़गढ़ के 13,446, चूरू के 12,923
दौसा के 29,004, धौलपुर के 17,207
डूंगरपुर के 13,294, हनुमानगढ़ के 11,629
जयपुर के 36,892, जैसलमेर के 4,651
जालोर के 17,048 व झालावाड़ के 13,750 लाभार्थियों के खातों में लाभ किया हस्तांतरित
झुंझुनूं के 13,458, जोधपुर के 33,406, करौली के 17,323,
कोटा के 11,329, नागौर के 30,284, पाली के 18,744,
प्रतापगढ़ के 8,214, राजसमंद के 13,728, सवाई माधोपुर के 10,018,
सीकर के 15,503, सिरोही के 13,581, श्रीगंगानगर के 14,146, टोंक के 14,831 और उदयपुर के 22,963 लाभार्थियों को राशि ट्रांसफर
मुख्यमंत्री गहलोत CMR पर कार्यक्रम में मौजूद रहे. 5.91 लाख लाभार्थियों के बैंक खातों में 87.36 करोड़ रुपए का सीधा हस्तांतरण किया गया. बच्चों का पालन-पोषण करने वाले व्यक्ति को सहायता दी जाती है. बच्चों की शिक्षा, खाने-पीने और कपड़ों की व्यवस्था के लिए प्रतिमाह आर्थिक सहायता दी जाती है. CM गहलोत ने वर्ष 2023-24 के बजट में पालनहार योजना में राशि बढ़ाई. 0 से 6 वर्ष आयु के बच्चों को 500 की जगह 750 रुपए प्रतिमाह मिलेंगे. 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग को 1000 से बढ़ाकर 1500 रुपए प्रतिमाह मिलेंगे. वर्तमान राज्य सरकार के अब तक के कार्यकाल में योजना पर 2516 करोड़ व्यय किए जा चुके है.