खिलाड़ियों के जज्बे और व्यक्तित्व की परीक्षा, भारत-पाकिस्तान के बीच मैच को लेकर पांड्या ने कही बड़ी बात

नई दिल्लीः एशिया कप में भारत पाकिस्तान के बीच महामुकाबला 2 सितंबर को खेला जाना है. मुकाबला श्रीलंका के ग्रांउड़ पर खेला जाना है. दोनों के बीच होने वाले ट्क्कर के मुकाबले में जज्बे और व्यक्तिव की परीक्षा देखने को मिलने वाली हैं. ये कोई और नहीं बल्कि टीम के उप्कतान हार्दिक पांड्या का कहना हैं. पांड्या ने कहा कि ये मैच दोनों देशों के बीच का नहीं बल्कि इससे भारतीय टीम के खिलाड़ियों के जज्बे और व्यक्तित्व की परीक्षा होगी.

टूर्नामेंट में भारत अपने सफर की शुरुआत 2 सिंतबर को पाकिस्तान के खिलाफ महामुकाबले से करेगा. जिसपर हार्दिक पांड्या का कहना है कि यह ऐसा टूर्नामेंट है जिसमें मैंने देखा है कि इसमें आपके जज्बे और व्यक्तित्व की परख होती है. कि आप कितने दबाव का सामना कर सकते हो इसलिए मुझे ये सभी चीजें रोमांचित करती हैं. काफी भावनाएं खेल प्रेमियों से जुड़ी होती हैं. हमारे लिए एक अच्छी टीम से खेलना महत्वपूर्ण है, ऐसी बहुत अच्छी टीम के खिलाफ मुकाबला खेलना जिसने हाल के समय में काफी अच्छा खेल दिखाया हो. 

भावनाओं में आकर फैसला नहीं लिया जा सकता- पांड्या
उन्होंने कहा कि हमे भावनाओं में बहने की जरूरत नहीं होती है. इस प्रकार के मुकबाले में हमे सोच समझकर फैसला लेना होता है. क्योंकि कई बार भावनाओं में आकर लिये फैसले अपने के लिए गलत साबिक हो सकते है ये एक बड़ा टूर्नामेंट हैं जिसमें हमें काफी सोच के खेलना होगा. पांड्या ने आगे कहा कि जब आप अपनी टक्कर की टीम के साथ खेलते है तो वो आप के लिए काफी अहम भी होता है. 

मैच में टॉस जीत कर बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान टीम ने शुरुआत से ही मैदान पर पैर जमाये रखे. टीम के लिए ओपनिंग ज्यादा कुछ खास नहीं रही लेकिन मिडिल ओवर में बल्लेबाजी करने आये बाबर और इमाम ने टीम के लिए शतक जड़ अहम नींव रखी. बाबर ने 131 गेंद में 14 चौके और 4 छक्कों की मदद से 151 रन की सलानी पारी खेली. वहीं खिलाड़ी का साथ देने उतरे इफ्तिखार भी पिच पर टिके रहे उन्होंने 71 गेंद में 11 चौके और 4 छक्कों की मदद से 109 रन बनाये. जिसके चलते टीम ने 343 रनों का लक्ष्य बोर्ड पर सेट किया. जिसके जवाब में टारगेट का पीछा करने उतरी नेपाल कुछ खास कमाल नहीं दिखा पायी और 23.4 ओवर में महज 104 रनों पर सिमट गई. जो की टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे बड़ी जीत भी बन गयी है.