जलमग्न हुए झाड़ोल के प्रसिद्ध चंद्रेश्वर महादेव, दर्शन को भक्तों का लग रहा तांता, जानिए मंदिर से जुड़ी रोचक बात

झाड़ोल (उदयपुर): भगवान शिव का प्रिय महिना श्रावण मास चल रहा है, ऐसे में देशभर के शिवालयों में भगवान भोले बाबा की विशेष पूजा और आराधना हो रही है. चलिए आज हम आपको ऐसे महादेव के मंदिर के बारे बताते है. जो श्रावण माह में अच्छी बारिश होने से पानी शिवलिंग जलमग्न हो जाता है. चलिए आज हम आपको भगवान शिव के प्रसिद्ध श्रावण मास में झाड़ोल उपखंड के चंदवास स्थित प्रसिद्ध शिवालय न्याय के देवता कहे जाने वाले चंद्रेश्वर महादेव ले चलते है. 

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सालों पूर्व एक बंजारे द्वारा निर्मित यह मंदिर बहुत ही चमत्कारिक है और इन्हें न्याय का देवता कहे जाने के पीछे एक विशेष कारण है. पौराणिक समय से क्षेत्र में कोई भी चोरी या अन्य किसी प्रकार की घटना होने पर यहां शिवलिंग पर हाथ रखवाकर सौगंध खिलाई जाती है और झूठे व्यक्ति को महादेव सजा देते है ऐसे में झूठा व्यक्ति यहां सौगंध नहीं खाता है. 

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सन 2005 में मानसी वाकल बांध बनने के बाद यह मंदिर बांध के डूब क्षेत्र में आ गया, ऐसे में बांध के भर जाने पर मंदिर जलमग्न हो जाता है. शिवरात्रि के आसपास बांध खाली होने पर मंदिर बाहर निकल जाता है.

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इस वर्ष भी अच्छी बारिश होने पर सावन माह की शुरुआत में ही शिवलिंग जलमग्न हो गया है. फिर भी दर्शन करने को भक्तों की भीड़ लगी रहती है. आगामी दिनों में बांध के ओवरफ्लो होने पर इस मंदिर का अधिकांश भाग पानी में डूब जाएगा, ऐसे में श्रद्धालु छः माह तक शिवलिंग के दर्शन नहीं कर पाएंगे.