नई दिल्लीः आज देश की पहली100 प्रतिशत एथेनॉल पर चलने वाली कार लॉन्च हो गयी है. जिसे केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा पेश किया गया. टोयोटा ने इसे इनोवा के रूप में पेश किया है. जो 100% इथेनॉल-फ्यूल पर चलेगी.
यह कार दुनिया की पहली BS-VI (स्टेज-II), इलेक्ट्रीफाइ फ्लेक्स-फ्यूल कार होगी. इससे 40 प्रतिशत बिजली भी पैदा की जा सकती है. इसे दिल्ली में एक इवेंट के दौरान लॉन्च किया गया. ये कार दुनिया की पहली इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल का प्रोटोटाइप होगा. इसे BS6 स्टेज-2 के नॉर्म्स के अनुसार डेवलप किया गया है.
इस दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि 100% फ्लेक्स फ्यूल वाली गाड़ियों के लिए अभी एक समस्या भी है. देश में एथेनॉल के पंप शुरू नहीं हुए है. इसलिए मेरा पेट्रोलियम मंत्री से अनुरोध है कि वो इंडियन ऑयल और भारत पेट्रोलियम जैसी सभी पेट्रोलियम कंपनियों को एथेनॉल के पंप शुरू करने का आदेश दें. गड़करी ने आगे कहा कि एथेनॉल की इकोनॉमी जिस दिन 2 लाख करोड़ की बनेगी. उस दिन एग्रीकल्चर की ग्रोथ रेट 12% से बढ़कर 20% हो जाएगी. ये आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा करने में मदद करेगा. एथेनॉल के लिए इंटरनेशनल मार्केट भी बनेगा.
प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगीः
बता दें इसके प्रचलन के बाद पर्यावरण से लेकर सरकार तक बड़ा फायदा होने वाला है जो ना सिर्फ पैसों का ही होगा बल्कि ऑयल इम्पोर्ट को जीरो पर ला सकता है. पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने से पेट्रोल के उपयोग से होने वाले प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी. एथेनॉल में मौजूद 35% ऑक्सीजन के चलते ये फ्यूल नाइट्रोजन ऑक्साइड के उत्सर्जन को भी कम करता है.
पेट्रोल के मुकाबले इंजन को होगा अधिक फायदाः
इसके साथ ही पेट्रोल के मुकाबले इंजन को भी अधिक फायदा पहुंचने वाला है. एथेनॉल से चलने वाली गाड़ी पेट्रोल के मुकाबले बहुत कम गर्म होती हैं. एथेनॉल में अल्कोहल जल्दी उड़ जाता है, इससे इंजन की लाइफ बढ़ती है. इसके अलावा इसके चलते खर्च भी कम होने वाला है. एथेनॉल की कीमत 60 रुपए प्रति लीटर है और यह कार 15 से 20 kmpl का माइलेज दे सकती है. इससे यह पेट्रोल की तुलना में कहीं अधिक किफायती है, जो वर्तमान में लगभग 120 रुपए प्रति लीटर पर बिकता है.
वहीं एथेनॉल के इस प्रयोग से किसानों को भी बड़़ा फायदा होने वाला है. क्योंकि एथेनॉल के उत्पादन की बात करें तो ये मक्का और गन्ने से किया जाता है. ऐसे में इससे बड़ा फायदा होने वाला है. इसके जरिये चीनी मील भी मुनाफा होने वाला है.