VIDEO: जयपुर में देश-विदेश के ख्यातिप्राप्त ह्रदय रोग विशेषज्ञों का दो दिवसीय महाकुंभ, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: देश-विदेश के ख्यातिप्राप्त ह्रदय रोग विशेषज्ञों का दो दिवसीय महाकुंभ राजधानी जयपुर में आज से शुरू हुआ.कांफ्रेस का शुभारम्भ राज्यपाल कलराज मिश्र ने किया, जबकि गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में सुप्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट डॉ.समीन शर्मा, CSI राजस्थान चेप्टर अध्यक्ष व वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ.SM शर्मा, सचिव डॉ.दीपक माहेश्वरी समेत अन्य अतिथि मौजूद रहे.इस दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र ने बढ़ते हृदय रोग पर चिंता व्यक्त की, साथ ही लोगों से अपील की कि स्वस्थ्य रहने के लिए वे अपनी दिनचर्चा में बदलाव करें.

जयपुर के मेरियट होटल में दो दिवसीय कांफ्रेस में राज्यपाल कलराज मिश्र ने तेजी से बढ़ते हृदय रोगों पर चिंता जताते हुए कहा कि इससे बचाव के लिए सस्ता और सुलभ इलाज चिकित्सकों की प्राथमिकता होनी चाहिए. उन्होंने कोविड के विकट दौर के बाद कम उम्र में हृदय से संबंधित बीमारियों के बढ़ने और इससे होने वाली मौतों की चर्चा करते हुए कहा कि इस पर चिकित्सा विशेषज्ञों को ध्यान देकर शोध-अनुसंधान के जरिए उपचार के नवीन तरीकों पर कार्य करने की जरूरत है. उन्होंने चिकित्सा विशेषज्ञों से आह्वान किया कि वे कोई ऐसा मॉडल विकसित करें जिसके तहत हृदय रोगों के होने से पहले ही बचाव के लिए प्रभावी कार्य देशभर में हो सके.

गर्भावस्था में शिशु की धड़कन की जांच जरूरी:
-कार्डियोलॉजी सोसायटी ऑफ इंडिया की नेशनल कॉन्फ्रेंस
-देश-विदेश ने विभिन्न सत्रों में रखी अलग-अलग मुद्दों पर बात
-डॉ. मृणाल दास ने बताया कि बच्चों में भी हार्ट रेट से जुड़ी होती है समस्या
-उन्होंने कहा गर्भावस्था में ही शिशु की धड़कन का पता लग जाए
-तो मां का उपचार कर बच्चे की धड़कन की समस्या ठीक की जा सकती है
-इसके लिए फीटल ईकोकार्डियोग्राफी टेस्ट हर जगह उपलब्ध है
-मां को दवाएं दी जाती है तो बच्चा स्लो हार्ट रेट की समस्या को नहीं झेलता

एनर्जी ड्रिंक पीने से हार्ट डिजीज का 10 प्रतिशत अधिक खतरा:
-कांफ्रेस में डॉ. एससी मनचंदा ने विशेष सत्र में दी जानकारी
-उन्होंने कहा कि ऐसी ड्रिंक्स कंटेन बहुत अधिक मात्रा में होते हैं।
-इसे कम मात्रा में भी लेंगे, तब भी खतरा बराबर रहेगा
-ये भी गलत धारणा है कि महिलाओं में मीनोपॉज के बाद होती है हार्ट डिजीज
-पिछले एक दशक में महिलाओं में बढ़ा है ऑफिस कल्चर स्ट्रेस
-इसके चलते मीनोपॉज से पहले ही हार्ट डिजीज से ग्रसित हो रही महिलाएं

राजस्थान समेत देशभर में बढ़ते हार्ट अटैक पर चर्चा करते हुए चिकित्सकों ने इसके लिए व्यवस्था को भी जिम्मेदार ठहराया.CSI राजस्थान चेप्टर अध्यक्ष डॉ.SM शर्मा ने कहा कि अरबन डवलपमेंट की बड़ी बड़ी बातें की जा रही है, लेकिन सच्चाई ये है कि शहरों में फुटपाथ ही गायब हो गए है.लोगों के लिए चलने-वॉकिंग की जगह ही नहीं है.इसके अलावा अशुद्ध खानपान और व्यवस्थित दिनचर्चा से भी सड़न कार्डियक अटैक बढ़े है.आयोजन सचिव व वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ.दीपक माहेश्वरी ने कहा कि कांफ्रेस के विभिन्न सत्रों के बिन्दुओं का श्वेत पत्र तैयार किया जाएगा, जिसे सरकार को भी भेजेंगे ताकि भविष्य की प्लानिंग में इन बिन्दुओं को स्थान मिल सके.

कॉन्फ्रेंस के विभिन्न सत्रों में हृदय रोगों से संबंधित नए शोधों पर पत्रवाचन, स्ट्रक्चरल हार्ट डिजीज, हार्ट फैलियर, कोलेस्ट्रोल रिस्क, रूमेटिक हार्ट डिजीज, सीएडी, आरएचडी  समेत कई ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा की गई.साथ ही इस बात पर भी जोर दिया गया कि बढ़ते कार्डियक अरेस्ट की घटनाओं को रोकने के लिए बड़े स्तर पर शोध होने चाहिए.कॉन्फ्रेंस के विभिन्न सत्रों में डॉ. समीन शर्मा,डॉ. विजय हरिकिसन, डॉ. राजीव गुप्ता, डॉ. राजीव बगरहट्टा ने भी अपनी बात रखी.