जयपुर : तीन महीने के लंबे इंतजार के बाद प्रदेश के टाइगर पार्क रणथंभौर और सरिस्का के कोर रूट्स पर पर्यटन गतिविधियां शुरू होने जा रही हैं. सफारी शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली गई है. रणथंभौर और सरिस्का पहले दिन से ही पूरी तरह बुक है तो रामगढ़ विषधारी को भी अग्रिम बुकिंग मिल रही हैं. उम्मीद की जा रही है कि नए पर्यटन सत्र में तीनों टाइगर पार्क में सैलानियों की भरमार देखने को मिलेगी.
टाइगर पार्क वाहन बाघ
रणथंभौर 144 एक शिफ्ट में 76
सरिस्का 35 एक शिफ्ट में 43
रामगढ़ विषधारी अभी सफारी नहीं 05
मुकंदरा अभी सफारी नहीं 02
धौलपुर अभी सफारी नहीं 10
कल से प्रदेश के टाइगर पार्क रणथंभौर और सरिस्का के कोर रूट्स पर सफारी शुरू होने जा रही है. रामगढ़ विषधारी में दूसरा बफर रूट शुरू किया जा रहा है. तीन महीने मानसून अवधि में कोर रूट्स पर सफारी बंद रहती है. इस दौरान सफारी क्षेत्र के रास्तों को दुरुस्त किया जाता है. वन प्रबंधन के दूसरे कार्य भी किए जाते हैं. हाफ डे और फुल डे बंद करने के चलते रणथंभौर में सुबह और शाम की सफारी के लिए काफी मारा मारी देखने को मिल रही है. पर्यटक अभी से दीपावली, क्रिसमस और न्यू ईयर के आसपास की बुकिंग करा रहे हैं. रणथंभौर में कुल दस सफारी जोन हैं इनमें से 1 से 5 कोर जोन तो 6 से 10 बफर जोन हैं. यहां पर 76 बाघ-बाघिन और शावक हैं. इसी तरह सरिस्का में 4 रूट हैं जिनमें से मानसून के दौरान सिर्फ एक ही खुला रहता है.
अब कल से शेष 3 रूट भी शुरू कर दिए जाएंगे. सरिस्का में भी इस समय बाघों की सर्वकालिक सर्वोच्च संख्या 43 के स्तर पर है. यहां बाघों की साइटिंग बढ़ने से वन्य जीव प्रेमियों की आवक भी काफी बढ़ गई है. गांव विस्थापन और नई ग्रासलैंड विकसित करने से वन और वन्य जीव संरक्षण भी सरिस्का में पहले से ज्यादा पुख्ता हुआ है. रणथंभौर में एक बार में 144 पर्यटक वाहन विभिन्न रूट्स पर जा सकते हैं. रामगढ़ विषधारी भी प्रदेश का तेजी से उभरता हुआ टाइगर रिजर्व है, जिसमें फिलहाल 5 बाघ हैं और यहां की प्राकृतिक खूबसूरती पर्यटकों को अपनी ओर जबरदस्त आकर्षित करती है. जल्द ही यहां जैतसागर झील में वन विभाग बोटिंग भी शुरू करेगा. देशभर के वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स को दोनों टाइगर पार्क्स के खुलने का इंतजार रहता है.
अब तो रामगढ़ विषधारी के तौर पर तीसरा आकर्षण भी इस फेहरिस्त में शामिल हो गया है. डीसीएफ संजीव शर्मा के नेतृत्व में रामगढ़ विषधारी में शानदार काम हुआ है. इस बार फोटोग्राफर्स का रुझान विषधारी व सरिस्का को लेकर भी देखने को मिल रहा है. सरिस्का कोर में कुल 43 जिप्सी और 15 कैंटर हैं इनमें से एक बार में 35 पर्यटक वाहन अंदर जा सकते हैं. सरिस्का के एफडी संग्राम सिंह का कहना है कि सफारी की शुरुआत वाले दिन कल की बुकिंग फुल है. वन्यजीव सप्ताह के दौरान एक हजार स्कूली बच्चों को निशुल्क सफारी करवाई जाएगी. अन्य कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे.
सरिस्का के डीसीएफ अभिमन्यु सहारण का कहना है कि तीन महीन के मानसून ब्रेक में सभी रूट्स दुरुस्त किए हैं और पर्यटकों की सुविधाओं का भी विस्तार किया गया है. रणथंभौर को लेकर भी वन्य जीव प्रेमियों में जबरदस्त उत्साह का माहौल है. प्रदेश में पहली बार बाघों की संख्या 138 के आंकड़े पहुंची है. ऐसे में इस बार रणथंभौर, सरिस्का और रामगढ़ विषधारी में रुटीन सफारी के लिए वन्यजीव प्रेमी और पर्यटकों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. उम्मीद है सीजन शानदार रहेगा.