नई दिल्ली: ओडिशा सरकार पुरी में 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर का ‘रत्न भंडार’ आज दोपहर 1 से 1:30 बजे शुभ मुहूर्त में फिर से खोलेगी. इससे पहले 1905, 1926 और 1978 में भंडार खोला गया था.
पद्मनाभ मंदिर की तरह अकूत संपत्ति का अनुमान श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन द्वारा हाईकोर्ट में दिए हलफनामे के अनुसार रत्न भंडार में तीन कक्ष हैं, आंतरिक कक्ष में 50 किलो 600 ग्राम सोना, 134 किलो 50 ग्राम चांदी है, इनका कभी इस्तेमाल नहीं हुआ है.
बाहरी कक्ष में 95 किलो 320 ग्राम सोना और 19 किलो 480 ग्राम चांदी है. वर्तमान कक्ष में 3 किलो 480 ग्राम सोना और 30 किलो 350 ग्राम चांदी है. इसका मंदिर में रोजाना होने वाले अनुष्ठानों के लिए उपयोग होता है.
पुरी मंदिर के बैंक में जमा रकम करीब 600 करोड़ होने का अनुमान है. जगन्नाथ मंदिर के नाम ओडिशा में 60 हजार 822 एकड़ जमीन है वहीं प.बंगाल, बिहार, एमपी, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश में 395.25 एकड़ जमीन है.