जयपुर: कृषि विभाग ने किसान भाइयों को मूंगफली को कीटों व रोगों के बचाने के लिए सलाह दी है. कृषि विभाग दीमक, सफेद लट, गलकट, टिक्का से बचाने की सलाह दी है. सफेद लट व गलकट से फसल को सबसे ज्यादा नुकसान होता है.
कृषि विभाग ने कहा है कि किसान विभागीय सिफारिशों के अनुसार बीज उपचार करें. बीज उपचार करते समय दस्ताने, मुंह पर मास्क और पूरे वस्त्र पहनें. किसान भाई रोग प्रतिरोधक किस्मों का उपयोग करें. बुवाई से पूर्व 2.5 किलो ट्राइकोडर्मा 500 किलो गोबर में मिलाकर एक हैक्टेयर क्षेत्र में मिलाएं.
कार्बोक्सिन 37.5 प्रतिशत + थाइरम 37.5 प्रतिशत का 3 ग्राम या थाईरम 3 ग्राम या मैन्कोजेब 2 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से बीज उपचार करें.बुवाई से पूर्व भूमि में 250 किलो नीम की खली प्रति हैक्टेयर की दर से डालें.
इमिडाक्लोप्रिड 600 एफएस की 6.5 मिली प्रति किलो बीज से बीजोपचार करें. ब्यूवेकिया बेसियाना का 0.5 ग्राम प्रति वर्ग मीटर की दर से बुवाई के 15 दिन बाद डालें. बुवाई से पूर्व बीजों को राइजोबियम कल्चर से उपचारित करें.
#Jaipur: कृषि विभाग की किसान भाइयों को सलाह
— First India News (@1stIndiaNews) May 29, 2024
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