राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी के लिए बड़ी उपलब्धि, कलेक्टर्स का औसत फाइल निस्तारण समय आया 2 घंटे का

जयपुरः राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी के लिए बड़ी उपलब्धि है. प्रदेश में फाइल निपटारे का औसत खासा कम हो गया है जो सीएस सुधांश पंत के 5 माह के कार्यकाल की बड़ी उपलब्धि है. राजकाज सॉफ्टवेयर के अनुसार जहां कलेक्टर्स का औसत फाइल निपटारे का समय दो घंटे का हो गया है तो वहीं  जनवरी तक जहां फाइल निपटारे में औसतन 36 घंटे लग रहे थे, तो मई माह में यह अवधि घटकर मात्र 2 घंटे 23 मिनट रह गई है.

सुधांश पंत ने जबसे ब्यूरोक्रेसी के मुखिया के रूप में कमान संभाली तबसे उन्होंने ई फाइलिंग पर खास जोर देते हुए इसे निपटारे के औसत समय से जोड़ते हुए सभी अधिकारियों को इसे गति देने के निर्देश दिए थे. इसी पर आगे बढ़ते हुए जिला प्रशासन यानि कलेक्ट्री और संबंधित सरकारी ऑफिसों में इसकी शुरुआत की गई थी. 

क्या रही उपलब्धि ?
पिछले 5 माह की बड़ी उपलब्धि यह रही कि सारे कलेक्टर्स का औसत फाइल निस्तारण समय आया 2 घंटे का

वहीं जयपुर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने 45 मिनट का समय लेकर मारी बाजी

सचिवों और अन्य IAS का भी औसत फाइल डिस्पोजल समय आया कम

खुद मुख्य सचिव का औसत फाइल निपटारा कम होकर आया 45 मिनट 

सचिवों और अन्य IAS का भी औसत फाइल डिस्पोजल समय आया कम

पहले 1 फाइल का निस्तारण समय हुआ करता था 72 घंटे

गत जनवरी तक जहां औसतन 36 घंटे लग रहे थे,

वहीं मई माह में यह अवधि घटकर मात्र 2 घंटे 23 मिनट रह गई है

साथ ही अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव,सचिव के स्तर पर भी औसत घटा 

ई-फाइल के निष्पादन का समय औसतन 22 घंटे से घटकर 6 घंटे ही रह गया उनका समय

इसमें खासी कमी आने से ब्यूरोक्रेसी में है संतुष्टि का भाव 

कैसे संभव हुआ यह ? 
पहले आम तौर पर अधिकारी देर तक दफ्तर में बैठकर फाइल निपटारा सुनिश्चित करते थे. 

इस प्रक्रिया में जिस दिन वे कार्यालय समय से ज्यादा बैठकर निपटारा कर पाए उस दिन तो औसत सही रहा,लेकिन बाद में व्यवस्था गड़बड़ा जाती थी.

उधर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित मोबाइल में एप के जरिये फाइल निपटारा करते थे.

इससे औसत फाइल निपटारा समय कम होने से सीएस ने इसे लागू करने का फैसला किया.

पहले इसमें यह समस्या आई कि फाइलों में लिखे नोट को पढ़ना कठिन होता था.

तब आईटी विभाग ने सॉफ्टवेयर में जरूरी सुधार करके जूम इन और जूम आउट फीचर जोड़ा जिससे फाइल पढ़ना आसान हो गया. 

इसके बाद औसत फाइल निपटारे में खासा सुधार आया. 

ई-फाइलिंग से आई कामकाज में तेजी

 जिला कलेक्टर के स्तर पर फाइलों का औसत निस्तारण घटा 

राजस्थान सम्पर्क पर शिकायतों का निस्तारण समय 30 दिन घटा

संपर्क पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण में लगने वाला औसत समय भी घटा

इस वर्ष यह घटकर 16 दिन रह गया है

गत वर्ष तक इन शिकायतों के निस्तारण की औसत अवधि 46 दिन थी

 शिकायतों के निस्तारण को लेकर लोगों की संतुष्टि का स्तर भी 3-4 प्रतिशत बढ़ा है

अब मुख्य सचिव के स्तर पर लम्बित चले आ रहे प्रकरणों के निपटारे पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. हालांकि मुख्य सचिव का मानना है कि ब्यूरोक्रेसी औसत फाइल डिस्पोजल को लेकर सीखने के दौर में है. 
ऋतुराज शर्मा फर्स्ट इंडिया न्यूज जयपुर