बिहार विधानसभा की कार्यवाही जारी, तेजश्वी यादव ने साधा निशाना, कहा-अब कोई बच्चा भी नीतीश जी पर भरोसा नहीं करेगा

बिहार विधानसभा की कार्यवाही जारी, तेजश्वी यादव ने साधा निशाना, कहा-अब कोई बच्चा भी नीतीश जी पर भरोसा नहीं करेगा

पटना: बिहार विधानसभा की कार्यवाही जारी है. तेजश्वी यादव ने बीजेपी निशाना साधाते हुए कहा कि बीजेपी महागठबंधन से डर गई थी. बीजेपी को बिहार में सबसे ज्यादा डर था. हमारी सरकार ने 17 महीने काम करके दिखाया है. 17 महीने में 2 लाख से ज्यादा नौकरियां दी. हमारी सरकार ने काम किया है तो श्रेय क्यों ना लें. मैं लालू यादव का बेटा हूं कभी घबराता नहीं हूं. तेजश्वी यादव ने कहा कि अब कोई बच्चा भी नीतीश जी पर भरोसा नहीं करेगा. 

NDA के फ्लोर टेस्ट पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिला, बहुत खुशी की बात है. कर्पूरी ठाकुर और मेरे पिता(लालू यादव) के साथ आप(नीतीश कुमार) काम कर चुके हैं.आपको तो ये पता था कि जब कर्पूरी ठाकुर ने आरक्षण बढ़ा दिया तो जनसंघ वालों ने ही कर्पूरी ठाकुर को मुख्यमंत्री पद से हटाया.आप कर्पूरी ठाकुर का नाम लेते हैं, फिर भी आप कहां बैठ गए.वही भाजपा और जनसंघ वाले कहते थे कि आरक्षण कहां से आएगा?

आपको बता दें कि बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार सरकार आज बहुमत पेश करेगी. 122 सीटों  के बहुमत के साथ नीतीश सरकार फ्लोर टेस्ट पास करेगी. लेकिन फ्लोर टेस्ट से पहले ही स्पीकर अवध बिहारी हटाए गए है. इसके बाद अब उपसभापति सदन की कार्यवाही चलाएंगे. महेश्वर हजारी आसन पर बैठे है. 

बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले आरजेडी के 3 विधायक सत्ता पक्ष की तरफ बैठे दिख रहे है. राष्ट्रीय जनता दल के विधायक चेतन आनंद और नीलम देवी नीतीश कुमार के पक्ष में वोट देने के लिए सदन में पहुंचे हैं. फ्लोर टेस्ट से पहले यह सत्ता पक्ष के लिए बड़ी जीत कही जा सकती है. वहीं राजद के लिए झटका है. वहीं इसको लेकर राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने आरोप लगाया है कि पार्टी के दो विधायकों चेतन आनंद और नीलम देवी को सचेतक के कमरे में बैठाया गया है. सत्ता पक्ष के लोगों ने बैठाया है. उन्हें धमकियां दी गईं और न जाने क्या-क्या.ये कैसी ट्रेडिंग है. 

बता दे कि बिहार में राजनीतिक हलचल तेज है. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) आज विधानसभा में अपना बहुमत साबित करेंगे. नीतीश कुमार को अपनी सरकार को बचाने के लिए 122 विधायकों के समर्थन की जरूरत है. उन्होंने राज्यपाल के सामने 128 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. हालांकि इसमें से 3 बीजेपी और 3 जेडीयू के विधायकों के विधानसभा पहुंचने की सूचना नही है.