चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज पिंजौर जटायु कंजर्वेशन बिल्डिंग केंद्र का दौरा किया है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हमारी संस्कृति में गिद्धों का सांस्कृतिक-धार्मिक महत्व है. रामायण में जटायु और सम्पाती नामक गिद्धों का उल्लेख मिलता है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि गिद्धों की कई प्रजातियां लुप्त होने के कगार पर हैं.
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा किमुझे खुशी है कि आज पिंजौर जटायु कंजर्वेशन बिल्डिंग केंद्र का दौरा कर मुझे गिद्धों को जंगल में छोड़ने का मौका मिला. गिद्ध पर्यावरण के प्राकृतिक सफाईकर्मी होते हैं. गिद्ध, पर्यावरण को साफ़ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं. ये मरे हुए जानवरों के अवशेषों को खाकर पर्यावरण को स्वच्छ बनाते हैं.
हमारी संस्कृति में गिद्धों का सांस्कृतिक-धार्मिक महत्व है।रामायण में जटायु और सम्पाती नामक गिद्धों का उल्लेख मिलता है।
— Nayab Saini (@NayabSainiBJP) December 17, 2024
गिद्धों की कई प्रजातियां लुप्त होने के कगार पर हैं।मुझे खुशी है कि आज पिंजौर जटायु कंजर्वेशन बिल्डिंग केंद्र का दौरा कर मुझे गिद्धों को जंगल में छोड़ने का मौका… pic.twitter.com/MBdoUvq5Cd
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि गिद्धों की वजह से,वन्यजीवों और पशुओं के बीच बीमारियों का प्रसार कम होता है. यहां जो प्रयास किए गए हैं वह बहुत अच्छा कदम है. हर जीव-जंतु का अपना स्थान है. जीव-जंतु का संरक्षण रखना हमारा काम है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि ये मृत और सड़ रहे पशुओं के शवों को भोजन के तौर पर खाते हैं और इस प्रकार मिट्टी में खनिजों की वापसी की प्रक्रिया को बढ़ाते हैं. इस अवसर पर जटायु ब्रीडिंग केंद्र के लिए बुक लॉन्च की.