जयपुर: आगरा रोड के पास बंद पड़ी कैम्बे गोल्फ रिसॉर्ट 'लेपर्ड होम' में तब्दील हो चुकी है. यहां पिछले कई दिनों से लगातार लेपर्ड का मूवमेंट बना हुआ है जिससे स्थानीय लोगों में दहशत है. लेपर्ड रिजॉर्ट की छत पर बैठा नजर आता है या इधर से उधर भागता हुआ भी दिखाई देता है. यहां से सितंबर 2021 और पिछले वर्ष अप्रैल में लेपर्ड को रेस्क्यू किया जा चुका है.
दरअसल इस रिसोर्ट में दर्जनों कमरे हैं जो बंद पड़े हैं. सुनसान होने के चलते यहां लेपर्ड अपने बसेरा बना चुके हैं. पिछले वर्ष एक मादा लेपर्ड ने यहां शावकों को जन्म भी दिया था. दरअसल इस रिसोर्ट के आसपास ही सूर्या सिटी और कई दूसरी रिहायशी बस्तियां हैं, जिनमें हजारों लोग यहां पर निवास करते हैं. ऐसे में इस रिसोर्ट के दो, तीन तरफ से जो रास्ते जा रहे हैं उन पर लगातार हलचल बनी रहती है.
ऐसे में यहां पर लेपर्ड या दूसरे वन्यजीवों का दिखना निश्चित तौर पर आम लोगों की परेशानी बढ़ा रहा है, उनमें दहशत की स्थिति है. स्थानीय लोगों का यहां तक भी कहना है कि काफी लंबे समय से यह रिजॉर्ट बंद पड़ी है या तो इसके आसपास इस तरह का एक सुरक्षा घेरा बनाया जाए, सुरक्षा दीवार बनाई जाए ताकि यहां पर वन्य जीव आ जा न सके या फिर इसका किसी भी तरह से दूसरा रास्ता अपनाकर आसपास के लोगों को एक भय मुक्त वातावरण देना चाहिए.
अब देखना यह होगा कि वन विभाग चूंकि 2021 और 2023 में यहां से लेपर्ड रेस्क्यू कर चुका है और अब लेपर्ड यहां लगातार दिख रहा है तो क्या इस लेपर्ड को भी यहां से रेस्क्यू करके वन क्षेत्र में ले जाया जाएगा या इस बात का इंतजार किया जाएगा कि लेपर्ड खुद ब खुद यहां से वन क्षेत्र की ओर मूवमेंट कर जाए. फिलहाल वन विभाग की टीम निगरानी कर रही है और कोशिश यही है कि दोनों मादा लेपर्ड अपने शावकों के साथ जंगल की ओर निकल जाएं.