Jaisalmer News: CM भजनलाल शर्मा ने तनोट माता के किए दर्शन, बबलियानवाला सीमा चौकी पर जवानो का किया हौसला अफजाई

Jaisalmer News: CM भजनलाल शर्मा ने तनोट माता के किए दर्शन, बबलियानवाला सीमा चौकी पर जवानो का किया हौसला अफजाई

जैसलमेर: स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जैसलमेर के तनोट मंदिर पहुंचे.  जहां मंदिर परिसर में विजय स्तम्भ पर सीएम को BSF जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. उसके बाद उन्होंने तनोट मंदिर परिसर में विजय स्तम्भ पर पुष्प चक्र किया अर्पण किया.  गौरतलब है कि भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में इस मंदिर की महत्वपूर्ण भूमिका थी.

शहीदों को किया याद
CM ने यहां 1965-1971 के भारत पाक युद्ध के शहीदों को भी याद किया. इसके बाद BSF राजस्थान फ्रंटियर के आईजी एम एल गर्ग व DIG योगेंद्र सिंह ने सीएम को जानकारी यहां हो रहे कामों की जानकारी दी.  BSF ने तनोट मंदिर के इतिहास,सीमा सुरक्षा बल की कार्यप्रणाली और सरहदों की सुरक्षा को लेकर किए जाने वाले कामों के साथ-साथ सामाजिक सरोकार के तमाम कार्यों की जानकारी दी.

तनोट माता के दरबार में माथा टेककर विशेष पूजा अर्चना की
CM शर्मा ने तनोट माता के निज मंदिर पहुंचकर मां तनोट के दरबार में माथा टेक कर आशीर्वाद लिया.पंडित कुंदन मिश्रा ने सीएम शर्मा से तनोट माता का विधिवत पूजन करवाया. पंडित मिश्रा ने सीएम को तनोट के आशीर्वाद के रूप में रक्षा सूत्र बांधा. इस दौरान उप मुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा,सीएम के बेटे अभिषेक व बीएसएफ के अधिकारी मौजूद रहे. उन्होंने देश एवं प्रदेश में खुशहाली की मंगल कामना की.वही रुमाल वाली देवी के मंदिर में रुमाल बांधकर प्रदेश में अमन चैन की कामना की.दर्शन के बाद सीएम भारत पाक अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर के बबलियाना वाला सीमा चौकी गए. बबलियानवाला सीमा चौकी पहुंचे और बीएसएफ जवानों से मुलाकात कर उनकी हौसला अफजाई की. सीएम ने बॉर्डर पर तैनात महिला जवानों से राखी भी बंधवाई.

बॉर्डर पर जवानों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत हो भाग्यशाली व्यक्ति भारत माँ की इस धरती पर जन्म लेता हैं. और जब भारत मां की सेवा करता है तो भारत माँ और जन्म देने वाली दिनों माताओं के आशीर्वाद हमारे साथ होता है. आप आप सभी से सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि आपने जिस कर्तव्य प्रवयण के साथ जिस भावना के साथ इस मां भारती की सेवा कर रहे हैं निश्चित रूप से हर भारतीय का सीना चौड़ा हो जाता हैं. जिन वीर शहीदों ने अपने आप को इस देश के लिए प्राण न्योछावर कर दिए. सबसे पहले में उन शहीदों को नमन करना चाहता हूं. 15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ तब से लेकर अब तक देश की सीमाओं की सुरक्षा करते हुए जिन्होंने अपने आप को समर्पित कर दिया.