VIDEO: खेल परिषद में शक्तियों का बंटवारा ! अधिकारियों के बीच कार्य विभाजन किया, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर : राजस्थान खेल परिषद ने लंबे समय बाद अधिकारियों में कार्य विभाजन कर दिया है. 2012 में नियुक्त किए गए खेल मैनेजर्स को इस बार संभागों की जिम्मेदारी सौंपी है, लेकिन रोचक बात यह है कि ये मैनेजर संभाग में नहीं जाएंगे, बल्कि जयपुर में बैठकर की जिम्मेदारी निभाएंगे. वहीं मुख्य खेल अधिकारी को भी फिर से पॅावरफुल किया गया है. 

खेल परिषद के सुचारु संचालन के लिए खेल मैनेजर्स में में शक्तियों का बंटवारा हो गया है. परिषद में 2012 में संभाग मुख्यालयों के लिए मैनेजरों की भर्ती की गई, लेकिन मैनेजर पद के कार्य का निर्धारण अब तक स्पष्ट रूप से नहीं किया गया था. खेल परिषद के अधिकारी अपनी इच्छानुसार इन्हें जिम्मेदारी सौंपते रहे हैं. हालांकि अपनी भर्ती से लेकर अब तक अधिकांश मैनेजर जयपुर में ही जमे हुए हैं. अब भी परिषद ने संभाग मुख्यालयों की जिम्मेदारी इन मैनेजरों को सौंपी है, लेकिन ये जिम्मेदारी वे जयपुर में ही बैठकर निभाएंगे. मैनेजर शमीम अहमद को बीकानेर और सीकर, रणविजय सिंह को जोधपुर और पाली, अनिरुद्ध जगधारी को अजमेर और जयपुर, कोमल चौधरी को कोटा और भरतपुर तथा नरेन्द्र भूरिया को उदयपुर और बांसवाड़ा संभाग का जिम्मा सौंपा गया है.

अधिकारियों की जिम्मेदारी

शमीम अहमद : बीकानेर संभाग
आउट ऑफ टर्न नियुक्ति, खिलाड़ियों को 2 प्रतिशत आरक्षण, खेल संघों के साथ एमओयू और राजस्थान स्पोर्ट्स डवलपमेंट मिशन से संबंधित कार्य.

रणविजय सिंह : जोधपुर व पाली संभाग
समन्वय शाखा, रिहेबिलिटी सेंटर, खेल,  अकादमियों का संचालन, आगार प्रबंधन, परिषद के राजस्व में बढ़ोतरी की जिम्मेदारी

अनिरुद्ध ज़गधारी : जयपुर व अजमेर संभाग
अनुदान शाखा, जगतपुरा शूटिंग रेंज, खिलाड़ी पेंशन योजना, महाराणा प्रताप और गुरु वशिष्ठ अवार्ड से जुड़े काम

कोमल चौधरी : कोटा व भरतपुर संभाग
मैन पावर, आरटीआई शाखा, सीएमओ और वीआईपी पत्रों से संबंधित कार्य, बालिका खेल छात्रावास की देखभाल

नरेन्द्र भूरिया : उदयपुर और बांसवाड़ा संभाग
संस्थापन शाखा, विधानसभा, खेलो राजस्थान, खेलो इंडिया और वाहन पूल से जुड़े काम का जिम्मा

तेजराज सिंह
जनसंपर्क शाखा, पुस्तकालय, समस्त प्रतिवेदन, वेबसाइट अपग्रेडेशन, कोर्ट केसेज और राजस्थान संपर्क से संबंधित कार्य करेंगे

वहीं मुख्य खेल अधिकारी और पूर्व विधायक कृष्णा पूनिया के पति वीरेंद्र पूनिया को फिर से अहम जिम्मेदारियां मिली है. प्रदेश में सरकार बदलने के बाद से ही द्रोणाचार्य अवार्डी वीरेंद्र पूनिया ठंड में चले गए थे, लेकिन अब  परिषद ने मुख्य खेल अधिकारी वीरेन्द्र पूनिया को फिर से महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी हैं. पूनिया प्रतिभा खोज शिविर, राज्य के सभी खेल केन्द्रों पर कोचिंग की मॉनिटरिंग, खेल एकेडमियों में कोचिंग मॉनिटरिंग, माउंट आबू सहित सभी कोचिंग कैंप, जनजाति प्रतियोगिता और अल्पकालिक प्रशिक्षकों से संबंधित कार्य देखेंगे. जयपुर समेत विभिन्न जिलों में संचालित 22 खेल एकेडमियों के संचालन का जिम्मा जहां मैनेजर रणविजय सिंह को सौंपा है.

वहीं इनमें कोचिंग की मॉनिटरिंग मुख्य खेल अधिकारी वीरेन्द्र पूनिया करेंगे. उधर सहायक अभियन्ता विनोद वर्मा को राज्य सरकार की योजनाओं के अंतर्गत अजमेर, कोटा, भरतपुर, उदयपुर, बांसवाड़ा और सीकर संभाग में निर्माणाधीन खेल परियोजनाओं के साथ खेलो इंडिया योजना के तहत प्रदेश में होने वाले निर्माण कार्यों का जिम्मा दिया गया है, वहीं सहायक अभियन्ता मनीष बाजिया को जोधपुर, जयपुर, बीकानेर और पाली संभाग में निर्माण कार्यों के साथ एसएमएस स्टेडियम में मरम्मत और रखरखाव की जिम्मेदारी दी है.