जयपुर : उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी की अध्यक्षता में जयपुर में आने वाले पर्यटकों के प्रवास को और अधिक खुशनुमा और सुविधा पूर्ण बनाने के लिए यहां की विरासत को कायम रखते हुए विकास कार्यों को किये जाने और पर्यटकों को होने वाली असुविधाओं के निराकरण के सम्बन्ध में शनिवार को सचिवालय में बैठक आयोजित की गई.
आज की बैठक में प्रमुख सचिव नगरीय विकास वैभव गालरिया, मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक पवन कुमार उपाध्याय, शासन सचिव पर्यटन रवि जैन, जेडीसी आनंदी, जयपुर जिला कलेक्टर जीतेन्द्र कुमार सोनी, नगर निगम हेरिटेज के आयुक्त अभिषेक सुराणा और पुलिस अतिरिक्त उपायुक्त यातायात सागर, अतिरिक्त निदेशक पर्यटन राकेश शर्मा, उपनिदेशक पर्यटन उपेन्द्र सिंह शेखावत उपस्थित रहे. उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने बताया कि जयपुर में बड़ी संख्या में पर्यटकों का आगमन होता है. किन्तु मैंने अभी मंगलवार को ही जयपुर परकोटे का निरीक्षण किये जिसमें कई तरह की समस्याएं सामने आई हैं जो जयपुर आने वाले पर्यटकों को लिए असुविधा की स्थिति पैदा करती है. दीया कुमारी ने कहा कि जयपुर परकोटे में आने वाले पर्यटकों को सफाई की कमी, साइनेज के अभाव, बेतहाशा पोस्टर-बैनर, ओवर हैड वायर,कैबल्स,अस्तव्यस्त यातायात दिखाई देता हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बजट में चार दिवारी शहर के हेरिटेज संरक्षण और विकास के लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है.
जयपुर परकोटे में सफाई/स्वच्छता की हो समुचित व्यवस्था :
शहर में कई स्थानों पर कचरा पांइट बने हुए हैं जहां पर गंदगी देखने में आती हैं, इन कचरा प्लाइंट का समाधान किया जाना चाहिए. चारदीवारी वाले शहर में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था हो साथ ही क्षतिग्रस्त लाइटों की मरम्मत हो. इसके साथ ही हेरिटेज शैली से भवनों एवं बाजारों में की गई रौशनी (इल्युमिनेशन) मरम्मत और उनका सुचारू रूप से संचालन सुनिश्चित हो इस पर चर्चा कर निर्देश दिए गए.
यातायात की व्यवस्था हो सुगम पार्किंग की भी हो पर्याप्त व्यवस्था:
उपमुख्यमंत्री ने चारदीवारी में बे-तरतीब यातायात को एक बड़ी चिंता का विषय बताते हुए इसके समाधान पर चर्चा की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यातायात को सुगम बनाने के उपाय किए जाए. कुछ पार्किंग पाइंट निर्धारित कर वहां नियमित पार्किंग सुनिश्चित हो. रामबाग में बनी पार्किंंग में व्यापारी और आगन्तुक दोनों ही वाहन पार्क कर परकोटे के यातायात को सुव्यवस्थित बनाने में सहयोग प्रदान करें. इस के लिए आवश्यक उपाय किए जाए. दीया कुमारी ने अधिकारियों को परकोटे में इलेट्रिक बसे चलाने तथा ई-रिक्शा को भी योजनागत व्यवस्थित रूप से संचालित किये जाने के निर्देश दिए.
एकीकृत भूमिगत लाइन हो विकसित
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि चार दिवारी क्षेत्र के बाज़ारों में पोस्टर्स बैनर्स लगे हएु हैं जिससे शहर की सुन्दरता खराब दिखती हैं. दुकानों के नाम रंग - बिरंगे न हो इसके लिए नगर निगम के बायलॉज के हिसाब से ही कलर हो. वॉल्ड सिटी में डस्टबिन लगाए जाएं जो परकोटे के हेरिटेज रंग के अनुरूप हो. उन्होंने कहा कि परकोटे में अस्त-व्यस्त तरह से लटके हुूए कैबल्स वायर्स शहर की खूबसूरती को खराब कर रहे हैं इन्हें हटाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पूरे चारदीवारी क्षेत्र में विद्युतीकरण भूमिगत किया जाए अथवा एकीकृत भूमिगत लाइन विकसित किये जाए, जिससे इस समस्या स्थाई समाधान सुनिश्चित हो सके.
विरासत संग्रहालय (राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट) में हो कला एवं शिल्प का प्रदर्शन:
दीया कुमारी ने कहा कि विरासत संग्रहालय (राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट) को इस तरह विकसित किया जाए. जिससे कि यहां पर कलाकार और शिल्पी अपनी कलाओं का प्रदर्शन कर सके और वे अपने उत्पादों का विक्रय भी कर सके. उन्होंने निर्देश दिए कि यहां आने वाले पर्यटकों के लिए विरासत संग्रहालय की छत पर खान पान के लिए एक रूफ टॉप रेस्टोरेन्ट विकसित किया जाए.
हवा महल के सामने फोटो पॉइंट होगा विकसित:
दीया कुमारी ने हवा महल के ठीक सामने फोटो पॉइंट विकासित करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए.
जल महल की पाल का हो संरक्षण और सौन्दर्यकरण
झील में हो बोटिंग एवं वाटर लेजर शो :
उपमुख्यमंत्री ने जल महल की पाल का संरक्षण और सौन्दर्यकरण किये जाने के लिए एक वृहद योजना तैयार करने के अधिकारियों को निर्देश दिए तथा उन्होंने मानसागर झील में हो बोटिंग एवं वाटर लेजर शो किये जाने के लिए संभावनाएं तलाशने के लिए एवं इसकी क्रियान्विति सुनिश्चत करने के अधिकारियों को निर्देश दिए.
पर्यटकों की सुविधा के लिए आमेर मावठा पार्किंग को किया जाए विकसति:
दीया कुमारी ने पर्यटकों की सुविधा के लिए आमेर मावठा की पार्किंग क्षेत्र इस तरह विकासित किया जाए कि आमेर किले पर जाने वाले पर्यटकों के वाहन अधिक से अधिक संख्या में पार्क हो सके. इसके पश्चात आने वाले पर्यटक यहां पर संचालित बैटरी वाहन अथवा ई-बसों में बैठकर आमेर महल का भ्रमण कर सकेगा.
जयपुर आने वालों मार्गो पर प्रवेश द्वार हेरिटेज स्टाइल में निर्माण:
उपमुख्यमंत्री ने जयपुर आने वालों मार्गो पर जयपुर की पारम्परिक शैली में स्वागत द्वार / प्रवेश द्वारों के निर्माण करने के निर्देश दिए.