VIDEO: पावर टेक्नोक्रेटस में ऊर्जा का संचार ! विद्युत भवन में आयोजित सीनियर ऑफिसर्स बैठक की झलकियां, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर : जयपुर डिस्कॉम के आलाधिकारियों की आज विद्युत भवन में "बड़ी क्लास" लगी. मौका था सीनियर ऑफिसर्स की बैठक का, जिसमें जयपुर डिस्कॉम की सीएमडी आरती डोगरा ने करीब तीन घंटे तक अधिकारियों से कामकाज का फीडबैक लिया. बैठक में डिस्कॉम सीएमडी डोगरा ने फील्ड अधिकारियों से कृषि कनेक्शनों की गति, बिजली आपूर्ति, विद्युत हादसे,राजस्व, बिलिंग व्यवस्था, केन्द्रीय योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की. इस दौरान सीएमडी ने यह कहकर पावर टेक्नोक्रेटस में ऊर्जा का संचार कर दिया कि फील्ड में किसी भी तरह की बड़ी दिक्कत पर वे सीधे फोन पर संवाद कर सकते है.

चेयरमैन डिस्कॉम्स एवं जयपुर डिस्कॉम की सीएमडी आरती डोगरा ने नई जिम्मेदारी मिलने के बाद पहली बार फील्ड अभियंताओं से तीन घंटे तक रूबरू हुई. विद्युत भवन में आयोजित बैठक में डोगरा ने सर्किलवार अभियंताओं के कामकाज की समीक्षा की और उनसे फीडबैक लिया. इस दौरान सीएमडी ने कहा कि बिजली आम उपभोक्ता की आवश्यकता से जुड़ी महत्वपूर्ण सेवा है. उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान करना तथा उनकी समस्याओं का त्वरित निस्तारण निचले स्तर तक प्रत्येक निगम कार्मिक की जिम्मेदारी है. सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही तथा निगम हितों के प्रतिकूल व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

- शिकायत का निवारण, तो फिर कम क्यों SATISFACTION लेवल ?
- जयपुर डिस्कॉम सीनियर ऑफिसर्स बैठक की झलकियां
- CMD आरती डोगरा ने की सम्पर्क पोर्टल की शिकायतों की सर्किलवार समीक्षा
- पिछले एक माह में 20 सर्किलों में कुल 1335381 शिकायतें की गई पोर्टल पर दर्ज
- इसमें से 99 फीसदी शिकायतों का दर्शाया गया सम्पर्क पोर्टल पर निस्तारण
- लेकिन डोगरा ने इस सरकारी आंकड़ों के बीच समझी उपभोक्ताओं की पीड़ा
- और अभियंताओं से किए सवाल, जब शिकायतों का हो रहा इतना फास्ट निस्तारण
- तो फिर शिकायत निवारण का SATISFACTION लेवल 50 फीसदी क्यों है?
- डोगरा ने कहा कि शिकायत निवारण के दौरान उपभोक्ताओं से बेहतर रखें संवाद
- ताकि, सम्पर्क पोर्टल पर शिकायतकर्ता दें अपना पॉजिटिव संदेश

बैठक में सीएमडी ने फील्ड में कार्यरत अधीक्षण अभियंताओं को निर्देश दिए कि वे सुनिश्चित करें कि मीटर बदलने, कनेक्शन, बिजली आपूर्ति बहाल करने जैसे कार्यों के लिए उपभोक्ताओं को परेशान न होना पड़े. उन्होंने कहा कि कुसुम योजना किसानों को दिन में बिजली आपूर्ति करने तथा पीएम सूर्यघर निशुल्क बिजली योजना सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. ऐसे में इन योजनाओं की निचले स्तर तक मॉनीटरिंग करें. उन्होंने अधीक्षण अभियंताओं को नियमित रूप से एक्सईएन तथा एईएन कार्यालयों, स्टोर, ग्रिड सब स्टेशनों तथा विद्युत फीडर्स का निरीक्षण करने के निर्देश दिए. इससे उन्हें विद्युत तंत्र में अपेक्षित सुधारों को लागू करने और कमियों को दूर करने का मौका मिलेगा. डोगरा ने इस दौरान सर्किल वार एटी एंड सी लॉसेज, रिकवरी, मेटेरियल की उपलब्धता, बकाया कनेक्शन, ट्रांसफॉर्मर बदलने, उपभोक्ताओं की शिकायतों के निराकरण, पीएम सूर्यघर निशुल्क बिजली योजना आदि की समीक्षा की.