जयपुरः राजस्थान बीजेपी के सदस्यता अभियान का पहला चरण पूरा हो गया है और दूसरे चरण का आज से आगाज़ हो गया. पहले चरण में भाजपा ने 25 लाख का आंकड़ा पार कर दिया है. सर्वाधिक सदस्य बनने में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के जिले जयपुर शहर में भाजपा अव्वल रही है वहीं सबसे कम सदस्यता संख्या रही प्रतापगढ़ जिले की यहां केवल 14हजार सदस्य बन पाए. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के गृह जिले पाली में करीब 64हजार सदस्य बने. अब 15अक्टूबर तक बीजेपी को सवा करोड़ का लक्ष्य अर्जित करना है.
तमाम आंतरिक गुटबाजी और अवरोधों के बावजूद राजधानी जयपुर की बीजेपी इकाई ने सदस्यता अभियान में बढ़त बनाई है यहां करीब 2लाख सदस्य पहले चरण में बन चुके. मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र सांगानेर में करीब 33हजार सदस्य बने. खास बात जयपुर में सर्वाधिक सदस्यता हुई आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र में जहां से बीजेपी का विधायक ही नही है. सबसे फ्लॉप रहा किशनपोल विधानसभा क्षेत्र यहां से केवल 8हजार सदस्य ही बन पाए. किशनपोल से भी बीजेपी का विधायक नही है हालांकि हेरिटेज की नई मेयर कुसुम यादव यही से आती है यहां गुटबाजी इतनी है कि सदस्यता अभियान को लेकर एक मंडल संयोजक की घोषणा ही नही हो पाई.
-- राजधानी जयपुर के विधानसभा क्षेत्रों की सदस्यता --
आदर्शनगर में बने 42हजार सदस्य
बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी यहां से विधायक रह चुके
कालीचरण सराफ के विधानसभा क्षेत्र मालवीय नगर में बने 22हजार सदस्य
सीएम भजन लाल शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र सांगानेर में बने 33हजार सदस्य
कैलाश वर्मा के निर्वाचन क्षेत्र बगरु में बने 17हजार सदस्य,यहां करीब 40फीसदी भाग जयपुर शहर में
महंत बाल मुकुंदाचार्य के विधानसभा क्षेत्र हवामहल में सदस्य बने 19हजार
विधायक गोपाल शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र सिविल लाइंस में सदस्य संख्या रही 24 हजार
बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी रह चुके सिविल लाइंस से विधायक
बीजेपी सदस्यता अभियान के प्रदेश संयोजक भी है चतुर्वेदी
किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 8हजार सदस्य बने
उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी के निर्वाचन क्षेत्र विद्याधरनगर में बने 35हजार
उद्योग और खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के निर्वाचन क्षेत्र में सदस्य बने 25हजार
झोटवाड़ा का भी करीब 40फीसदी शहर इकाई में आता है
राजधानी जयपुर में सदस्य संख्या ओर अधिक होती लेकिन यहां आपसी सामंजस्य का अभाव है. सह संयोजकों के बीच कार्य का बंटवारा नहीं हो पाया. इसका एक कारण ये भी इनमें से अधिकांश जिला पदाधिकारी है. खास बात राष्ट्रीय स्तर पर भी इतने सह संयोजक नही बने. जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा और सदस्यता अभियान के जयपुर के संयोजक शैलेंद्र भार्गव के बीच भी अदावत है. राघव शर्मा ने बिना संयोजक से पूछे ही 33मंडल प्रवासी बना दिए थे.
--जिले वार सदस्य संख्या का आंकड़ा --
--राज्य भर में कुल सदस्य संख्या करीब 26लाख--
जयपुर शहर में करीब 2लाख
पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के क्षेत्र चूरू में 1लाख 5हजार
भीलवाड़ा में 1लाख 4हजार
बीजेपी के लिहाज से कमजोर जिले सीकर में सदस्य संख्या रही 1लाख एक हज़ार
जयपुर ,भीलवाड़ा,सीकर,चूरू उन जिलों में जहां एक लाख सदस्यता रही
अजमेर शहर 96 हजार 379
भरतपुर 90हजार 708
जालोर 81 हजार 141
जयपुर देहात दक्षिण 78हजार 981
उदयपुर शहर 76हजार 328
जैसलमेर 75हजार 558
श्रीगंगानगर 73हजार 750
अलवर दक्षिण 73हजार 561
जोधपुर शहर 71हजार 977
अजमेर देहात 68हजार 077
दौसा में 64हजार 552
दौसा में होना विधानसभा का उपचुनाव
झुंझुनूं में 63हजार 995
झुंझुनूं में भी होना है विधानसभा उप चुनाव
पाली में 63हजार 709
पाली है बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ का गृह जिला
जयपुर देहात उत्तर 59हजार 709
कोटा शहर में 58हजार 303
कोटा देहात में करीब 55हजार
बीकानेर शहर में 52हजार 434
हनुमान गढ़ 51हजार 131
बारां में 50हजार 979
सिरोही में 48 हजार 898
अलवर उत्तर में 47हजार 693
बाड़मेर 47हजार 670
चितौड़ में 46हजार 750
बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी है चितौड़ से सांसद
उदयपुर देहात 44हजार 752
राजसमंद 43हजार 436
नागौर देहात 38हजार 603
सवाई माधोपुर में 37हजार 054
मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा है सवाई माधोपुर से विधायक
जोधपुर देहात उत्तर 35हजार 857
बांसवाड़ा 34हजार 975
जोधपुर देहात दक्षिण 34हजार 954
झालावाड़ 33हजार 951
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का क्षेत्र है झालावाड़
बूंदी में 33हजार 598
करौली में 33हजार 381
नागौर शहर 31हजार 369
टोंक 30हजार 826
बीकानेर देहात 30हजार 813
बालोतरा 28हजार 796
डूंगरपुर 25हजार 851
धौलपुर 25हजार 046
प्रतापगढ़ में 14हजार 196
जिलों की सदस्य संख्या के लिहाज से अभियान की प्रथम चरण में गति सुस्त रही. हालांकि भरतपुर के मेवात इलाके में सोशल मीडिया फ्रॉड के कारण मिस्ड कॉल से ओटीपी की समस्या बड़ा मसला रहा. जबकि पार्टी नेतृत्व कह चुका है कि ओटीपी नही बल्कि वेरिफिकेशन कोड है. बहरहाल जिलेवार सदस्यता से वहां के जन प्रतिनिधियों और प्रमुख नेताओं की क्षमता का आकलन भी होगा खासतौर से मंत्रियों का. 15 अक्टूबर तक अभियान का दूसरा चरण चलेगा, इसमे 5 और 6 अक्टूबर और 13 से 14 अक्टूबर को सदस्यता का महा अभियान चलाया जाएगा.