VIDEO: हरियाणा चुनाव और राजस्थान कांग्रेस नेताओं की परफॉर्मेंस, किसका कितना रहा असर, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: हरियाणा विधानसभा चुनाव में राजस्थान कांग्रेस नेताओं की एक लंबी फौज ने जमकर प्रचार किया था. जूली, डोटासरा, गहलोत और पायलट समेत कईं विधायकों औऱ सांसदों ने कांग्रेस के लिए प्रचार किया था. जिनमें से अधिकतर सीटों पर बीजेपी की जीत हुई औऱ कुछ सीटों पर कांग्रेस जीती.वहीं राजस्थान की सीमा से लगती 15 सीटों में से 9 बीजेपी और 5 कांग्रेस के खाते में गई है. हरियाणा में बीजेपी की जीत की हैट्रिक लग चुकी है.कांग्रेस ने हरियाणा में सत्ता में आने के लिए पूरा जोर लगाया.राष्ट्रीय नेताओं के साथ कईं राज्यों के नेताओं को भी वहां प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है.हरियाणा राजस्थान के पड़ोस में है, लिहाजा यहां के करीब दो दर्जन कांग्रेस  नेताओं ने हरियाणा में प्रचार किया.पीसीसी चीफ,नेता प्रतिपक्ष,पूर्व सीएम,विधायकों और सांसदों ने हरियाणा के रण में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार किया था.आईए राजस्थान के दिग्गज नेताओं के हरियाणा में किए गए प्रचार की परफोर्मेंस पर एक नजर डाल लेते है.

 अशोक गहलोत:
-पूर्व सीएम गहलोत ने तीन सीटों पर प्रचार किया था
-गहलोत ने रेवाड़ी,नारनौल और महेंद्रगढ़ सीटों पर कैंपेन किया
-गहलोत के प्रचार वाली तीनों सीटों पर कांग्रेस हारी

गोविंद डोटासरा:
-डोटासरा ने 8 सीटों पर प्रचार किया था
-रेवाड़ी,आदमपुर,हिसार,फतेहाबाद,एलनाबाद,रोहतक,कालांवली और डबवाली में प्रचार किया
-जिनमें 5 कांग्रेस और एक-एक सीटों पर भाजपा,निर्दलीय और इनेलोद ने जीत दर्ज की

सचिन पायलट:
-पायलट ने 11 सीटों पर प्रचार किया था
-पायलट ने घरौंडा,समालखा,नांगल चौधरी,हथीन,रेवाड़ी,महेंद्रगढ़,बवानीखेड़ा,बादशाहपुर,सोहना,फरीदाबाद NIT और जगाधरी में सभाएं की
-जिनमें 3 सीट कांग्रेस और 8 सीट भाजपा के खाते में गई

टीकाराम जूली:
-जूली ने सबसे ज्यादा हरियाणा में प्रचार किया था
-जूली ने करीब 12 सीटों पर प्रचार किया था
-अटेली,कोसली,रेवाड़ी,लोहारु,महेन्द्रगढ़,भिवानी, बवानी खेड़ा,घरौंडा,कलायत,कैथल,नांगल चौधरी और नारनौल
-जिनमें 4 सीटों पर कांग्रेस और 8 सीटों पर भाजपा ने बाजी मारी

चारों दिग्गज कांग्रेस नेताओं की अब परफॉर्मेंस रिपोर्ट का आंकलन करें तो पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा की स्ट्राइक रेट अच्छी रही.वहीं बात आब राजस्थान की सीमाओं से लगी सीटों की करें तो अधिकतर में जमकर कमल खिला है.करीब 15 सीटें पुन्हाना,लोहारु,नांगल चौधरी,एलनाबाद,महेन्द्र गढड, नारनौल, भिवानी, अटेली, बावल, रेवाडी, कोसली, डबवाली,फतेहाबाद, और बाढड़ा सीटों की सीमाएं राजस्थान से लगती है.जिनमें पांच सीटों पर कांग्रेस,9 पर भाजपा औऱ एक सीट पर इंडियन नेशनल लोकदल की जीत हुई है. राजस्थान की सीमाओं से लगती सीटों पर बीजेपी की जीत के कईं मायने है.क्योंकि हरियाणा से राजस्थान का बेटी औऱ रोजगार का रिश्ता है.ऐसे में दो सीट रामगढ़ औऱ झुंझुनूं सीटों के उपचुनाव भी इससे प्रभावित हो सकते हैं.वहीं दिग्गज नेताओं के प्रचार की परफोर्मेंस रिपोर्ट के आधार पर भी उनके सियासी कद पर असर पड़ा है.