नई दिल्लीः हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर से लद्दाख में लेह तक रेलवे लाइन की योजना बनाई गई है. जहां विश्व की सबसे ऊंची रेलवे लाइन बिलासपुर-मनाली-लेह रेल लाइन होगी. उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक लाइन की सफलता मिल चुकी है. ऐसे में अब रेलवे का 489 किमी लंबी बिलासपुर-मनाली-लेह रेल लाइन पर फोकस है. लाइन सुरेन्द्रनगर, मंडी, मनाली, केलांग, कोकसार, दर्चा, उपशी और कारू से गुजरेगी.
इतिहास में सबसे महंगी 1.31 लाख करोड़ रु. की लागत वाली रेल लाइन होगी. मार्च 2012 में रेल मंत्रालय ने योजना आयोग को प्रस्ताव सौंपा था. दिसंबर 2016 में 345 करोड़ रु. की लागत से फाइनल लोकेशन सर्वे की मंजूरी मिली. जून 2017 में तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने FLS का शिलान्यास किया. जून 2020 में गलवान घाटी में भारत-चीन के बीच तनाव के बाद तेजी से काम शुरू किया गया.
इसके बाद दिसंबर 2021 में लेह-सशेरथांग रेल लिंक की DPR को अंतिम रूप दिया. फरवरी 2022 में बिलासपुर-मंडी पहले चरण के लिए जमीन अधिग्रहण शुरू हुआ. जुलाई 2023 में बिलासपुर-लेह रेल लाइन का फाइनल सर्वे और DPR संपन्न हुई. दिसंबर 2024 में निर्माण कार्य की समय सीमा 2027 तक तय की. फरवरी 2025 में रेलवे ट्रैक के सीमांकन के लिए सीमेंट पिल्लर लगाने का काम शुरू हुआ.