जयपुर: 1st इंडिया न्यूज CEO एवं मैनेजिंग एडिटर पवन अरोड़ा ने फिल्म निर्माता, एक्टर, निर्देशक पुनीत इस्सर का SUPER EXCLUSIVE इंटरव्यू लिया. जिसमें पवन अरोड़ा के द्वारा पूछे गए सीधे और सटीक सवालों के पुनीत इस्सर ने जबाव दिए.
1.सवाल- पुनीत इस्सर साहब, आप जो अपना जयपुर में LIVE प्ले लेकर आए हैं. जिसका नाम है 'जय श्री रामायण'...इसके बारे में कुछ बताइए.
उत्तर- मैंने स्कूल के दिनों से शुरूआत की थी, उसके बाद काम शुरू हुआ मैंने कभी प्रोफेशनल थियेटर नहीं किया, 2015 में दिल्ली की थियेटर कंपनी ने मुझसे बात की. उन्होंने एक प्ले में काम करने की बात कही, तो मैंने कहा कि मैंने कभी थियेटर नहीं किया. उस वक्त मैं बिग बॉस से बाहर आया था, फिर डायरेक्टर ने मुझसे कहा कि हम रावण पर प्ले बना रहे हैं. इसके बाद मैंने उनसे कहा कि मैंने भी रावण के बारे में काफी कुछ पढ़ा है. जिसके बाद हमने इस पर काम किया, इसका नाम था 'रावण की रामायण', ये भी अलग था, जिसमें रावण का दृष्टिकोण था, फिर उसके बाद स्क्रिप्ट पर काम किया.पहली बार गया तो वहां कई थियेटर के आर्टिस्ट थे, मैं तैयार था नहीं. पुनीत इस्सर ने कहा कि क्योंकि फिल्मों में तो ब्रेक कट होते हैं, वहीं थियेटर में Continuity होती है.
2. सवाल- आपको क्या लगता है कि थियेटर करना फिल्मों से आसान है ?
उत्तर- पुनीत इस्सर ने कहा कि मुझे पहले लगता था कि थियेटर Difficult है, लेकिन जब तक आपको लाइनें कंठस्थ नहीं होंगी, तब तक Difficult है. एक बार हो जाए तो मुझे तो लगता है कि आसान है. जब लाइव में हजारों ऑडियंस बैठी होती है तो आपको Distraction होता है. उस वक्त आपको एकाग्र होना चाहिए, जब आप शूटिंग करते हैं तो एक Controlled वातावरण होता है. अगर आप अच्छा Performance करते हैं तो तालियां मिलेंगी, अच्छा नहीं करेंगे तो Reaction मिलेगा. उसके बाद मैंने प्ले बनाया महाभारत का, दुर्योधन के दृष्टिकोण से बनाया, 100 शो कर चुका हूं. पुनीत इस्सर ने कहा कि रावण की रामायण को रावण के दृष्टिकोण से बनाया था. फिर हमने सोचा कि प्रभु श्री राम का पक्ष रखना जरूरी है क्योंकि वो हमारे महानायक हैं, तो फिर हमने लिखना शुरू किया, इसलिए ये जय श्री राम रामायण प्ले बना. ये पूरी रामायण हम पौने 3 घंटों में अभिव्यक्त करेंगे, इसके पूरे संवाद मैंने लिखे हैं. 13 गाने हैं, ये एक नॉर्मल थियेटर नहीं है, ये पूरा शो है. पुनीत इस्सर ने बताया कि अभी हमने इसे अमेरिका में भी परफॉर्म किया. वहां के लोग मंत्रमुग्ध हो गए, वहां पर हजारों की संख्या में लोग थे.
3. सवाल- कितना बड़ा क्रू लेकर चलते हैं आप इसके लिए, बड़ा मुश्किल होता होगा प्रोडक्शन इसका ?
उत्तर- पुनीत इस्सर ने कहा कि हां मुश्किल तो है, मेरे 29 तो कैरेक्टर हैं और 23 कलाकार हैं. तो 29 कैरेक्टर्स प्ले करते हैं, बॉलीवुड के 12 से 16 डांसर्स ट्रैवल करते हैं. उसके अलावा मेरे HOD हैं और टेक्निकल स्टाफ 25 का है. कुल मिलाकर करीब 60 के आस-पास का स्टाफ है. पुनीत इस्सर ने कहा कि
जहां भी हम जाते हैं, तो वहां का लोकल टैलेंट शामिल करते हैं. जहां भी जाते हैं तो 50 के आस-पास कत्थक डांसर्स होती हैं, तो करीब 120 के आस-पास का ग्रुप बन जाता है. पुनीत इस्सर ने कहा कि हम आपके माध्यम से बताना चाहता हूं कि इतने भारी-भरकम शो करना बड़ा मुश्किल है. जब तक हमें कोई सहयोग ना दें, इसके लिए मैं आपके फर्स्ट इंडिया का धन्यवाद देना चाहता हूं.आपका धन्यवाद देना चाहूंगा, छोटे भाई ऋषि मिग्लानी का धन्यवाद देना चाहूंगा.क्योंकि आपके समर्थन के बिना मैं जयपुर में शो नहीं कर सकता था.
4. सवाल- फिल्मों में कितना आसान है?
उत्तर- पुनीत इस्सर ने कहा कि मैं समझता हूं कि इंसान के सीखने को कोई उम्र नहीं है आप हर दिन सीखते हैं. मेरा हमेशा ये रहा है कि क्यों ना हमेशा नया किया जाए. पुनीत इस्सर ने कहा कि मैंने फिल्में डायरेक्ट की हैं, मैंने टेलीविजन सीरीज डायरेक्ट किए हैं. जय माता की' बनाया हेमा मालिनी के साथ बनाया था.फिर मैंने 'गर्व' फिल्म बनाई, सलमान खान के साथ जो सुपर हिट रही. उसे भी मैंने लिखा, उसका निर्देशन किया, फिर मैंने थियेटर किया.
5. सवाल- दुर्योधन के बाद अब रावण का किरदार?
उत्तर- पुनीत इस्सर ने कहा कि क्या होता है कि जब मुझे महाभारत के लिए चोपड़ा साहब ने बुलाया था, तो उन्होंने कद-काठी देकर कहा कि ये भीम Perfect है, लंबा चौड़ा है, इसको भीम बना दो. मैंने महाभारत पढ़ा हुआ था, तो मैंने विनम्र होकर कहा कि मैं दुर्योधन के पात्र का ऑडिशन देने आया हूं.उन्होंने कहा कि भाई हम तुमको हीरो बनाना चाहते हैं और तुम विलेन बनना चाहते हो. तो मैंने उनसे कहा कि मैंने महाभारत पढ़ा है, फिर उन्होंने कहा कि ठीक है ऑडिशन करो. फिर मैंने उनको मैथलीशरण गुप्त का महाकाव्य सुनाया, उसके बाद भी मैंने दुर्योधन का कैरेक्टर किया.
6. सवाल- क्या लगता है कि आपका भविष्य थियेटर में ही है और आपके बेटे सिद्धांत ने भी आपको ज्वॉइन कर लिया है?
उत्तर- पुनीत इस्सर ने कहा कि नहीं मैं फिल्म भी कर रहा हूं, हाल ही में मैंने 'द कश्मीर फाइल्स' मूवी की है. अभी मैं 'वेलकम टू द जंगल' कर रहा हूं, दिल्ली फाइल्स कर रहा हूं. पुनीत इस्सर ने कहा कि मेरा एक धारावाहिक 'वंशज' सुपरहिट चल रहा है, मैं समझता हूं कि भविष्य की कोई सीमा नहीं है. थियेटर करता हूं, फिल्म करता हूं, मेरे सुपुत्र सिद्धांत जो हैं उन्होंने शुरुआत थियेटर से की है. महाभारत में उन्होंने जूनियर दुर्योधन का किरदार निभाया था. पुनीत इस्सर ने कहा कि तकरीबन 50-60 शो में उन्होंने जूनियर दुर्योधन का किरदार निभाया. फिर उसके बाद सिद्धांत ने 'कृष्णा' का किरदार निभाया. फिर मैंने उनसे राम का किरदार करवाया, वो बहुत Difficult था. उनके पात्र की गरिमा है, क्योंकि प्रभु राम क्षत्रीय थे, उनको भी गुस्सा आया था. सीताहरण के वक्त प्रभु राम रोये भी हैं, ये सब डेप्थ भगवान राम की आपको हमारे प्ले में देखने को मिलेगी.
7. सवाल- आप खुद इसमें रावण का रोल कर रहे हैं, आपके पुत्र इसमें राम का रोल कर रहे हैं, हनुमान का रोल कौन कर रहा है ? बाकी खास रोल कौन-कौन कर रहे हैं ?
उत्तर- पुनीत इस्सर ने कहा कि इसमें बिंदु दारा सिंह हैं, जो लेजेंड्री दारा सिंह के पुत्र हैं, हनुमान का रोल कर रहे हैं. वहीं शिल्पा रायजादा हैं जो सीता का रोल कर रही हैं. पुनीत इस्सर ने कहा कि राजीव सुरती हैं जो मुंबई के कोरियोग्राफर हैं, वो शिव का किरदार कर रहे हैं. उनका शानदार शिव तांडव का नृत्य भी है जो हमारे प्ले में है, साथ ही लाइव म्यूजिक है. एक कथक की विदुषी हैं रुचि शर्मा जी, वो कोरियोग्राफर हैं. पुनीत इस्सर ने कहा कि पायल गोगा कपूर हैं, जो इसमें शूर्पणखा की भूमिका कर रहीं हैं. आपको इसमें बेहतरीन टैलेंट देखने को मिलेगा, इसमें गाने भी हैं, पौने तीन घंटे मजा आ जाएगा. हमारे प्ले की USP है इस प्ले के अंत में महाआरती, वो रिकॉर्डेड है हमने जहां भी किया, वहां अलौकिक वातावरण बन जाता है.
8. सवाल- इतना Perfection लाने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ती होगी ?
उत्तर- पुनीत इस्सर ने कहा कि उसके लिए हमने करीब एक साल तक रिहर्सल्स की. 9 माह हमने सिर्फ एक्टर्स के साथ रिहर्सल्स की. उसके बाद हमने साउंड, म्यूजिक रिकॉर्ड्स किए, लाइव बैक ग्राउंड म्यूजिक भी प्ले करते हैं. जैसा कैरेक्टर होता है, वैसा म्यूजिक होता है, हमने लाइट्स का इस्तेमाल किया. आप देखेंगे तो एक पार्ट आता है, जिसमें रावण गर्दन काटता है. तो उसका गर्दन का गिरना वो ऐसा टाइम कि आपको लगेगा कि ये एकदम रियल है .
9. सवाल- दुर्योधन और रावण में क्या समानता लगती है?
उत्तर- पुनीत इस्सर ने कहा कि दुर्योधन का जो पात्र है, वो बहुत ही हठी बालक था. जब उसको कहा गया अंधे का पुत्र अंधा, जिस पर उसको गुस्सा आया था. वो मैत्र भक्ति में भी अंधा था, दुश्मनी में भी अंधा था. पुनीत इस्सर ने कहा कि अगर वो अश्वत्थामा को सेनापति बनाता तो वो युद्ध जीत जाता. लेकिन उसने अपने मित्र कर्ण को सेनापति बनाया. पुनीत इस्सर ने कहा कि कुल मिलाकर एक अभिनेता को तौर पर मुझे जो अलग लगा वो दुर्योधन था. वो एक जिद्दी बालक था, वहीं जहां रावण की बात है तो वो बहुत विद्वान, बहुत बुद्धिमान था. उसने ज्योतिष पर किताब लिखी, रुद्रवीणा का अविष्कार किया. पुनीत इस्सर ने कहा कि उन्होंने चौसर की गेम का भी अविष्कार किया और वो इसे अपनी पत्नी के साथ खेलता था. सबसे इंटरेस्टिंग चीज ये है कि मंदोदरी रावण से कभी नहीं हारी. आप प्ले में देखेंगे कि वो शिव की पूजा कर रहे थे उन्हें कुछ चाहिए था. इस बीच देवगणों को लगा कि ये तो ब्रह्मा से नाभी में अमृत पा चुका है. इनसे चंद्रहास ले चुका है, इस तरह तो ये पूरी पृथ्वी पलट देगा. तब देवताओं ने सोचा कि पूर्णाहुति के लिए इसका नारियल गायब कर दिया जाए और जब पूर्णाहुति का वक्त आया तो नारियल नहीं था. तो उसने नारियल की जगह अपनी गर्दन काटकर चढ़ा दी, तो ये रावण है. रावण की पूजा से शिव प्रसन्न हुए, तब उन्हें 10 सिर का वरदान दिया. ये सब आपको प्ले में देखने को मिलेंगा.
10. सवाल- द्रौपदी और सीता माता को कैसे देखते हैं ?
उत्तर- पुनीत इस्सर ने कहा कि द्रौपदी जो थी वो बहुत महत्वकांशी थीं, तभी तो महाभारत हुई. वहीं, माता सीता जो थीं, वो बहुत ही समझदार थी और काफी शक्तिशाली थीं, वो भी आपको प्ले में देखने को मिलेगा.
11. सवाल- महाराणा प्रताप का रोल आपके लिए सूट करता है?
उत्तर- पुनीत इस्सर ने कहा कि वो मेरे युग पुरुष हैं, महाराणा प्रताप शानदार पात्र हैं. पुनीत इस्सर ने कहा कि ईश्वर मुझे शक्ति दे कि मैं उस पर काम करूं. छत्रपति शिवाजी हैं, गुरू गोविंद सिंह जी हैं, बंदा सिंह बहादुर हैं. इसी बहाने हमारी जो धरोहर है, उसे हम लोगों तक पहुंचाएं.
12. सवाल- कुली पिक्चर में अमिताभ बच्चन को एक बुरे दौर से गुजरना पड़ा, हुआ क्या था?
जवाब- पुनीत इस्सर ने कहा कि वो गलती से लग गया था, हम एक एक्शन सीन कर रहे थे. उसमें कुछ मुक्के वो मुझे मारते हैं और कुछ मैं उन्हे मारता हूं. उसी सीन में मैं उन्हे बोर्ड की तरफ फेंकता हूं, वहीं पर उनको रुकना था. मुझे उनके पेट पर मुक्के से टच करना था, लेकिन वो वहीं पर रुकने वापस आ गए, जिसके चलते मुक्का टच होने की बजाय जोर से उनके पेट पर गलती से लग गया.
13. सवाल- आज के परिवेश में रावण प्रवृति ज्यादा चल रही है या अब फिर राम को आना पड़ेगा, इस पर आपकी क्या सोच है ?
उत्तर- पुनीत इस्सर ने कहा कि हमारे प्ले में एक राम शपथ है, मैं समझता हूं कि वो अपने आप में एक कंप्लीट प्ले है. जितने भी नारायण अवतार हुए, सबने अपनी प्रभुता का उपयोग किया. कृष्ण ने भी किया, नृसिंह भगवान ने भी किया, लेकिन भगवान राम ने नहीं किया. वो मनुष्य बनकर आए और उन्होंने लोगों को उदाहरण दिया कि आप संघर्ष करें. ये रामायण की सबसे खूबसूरत बात है.
14. सवाल- क्या आपकी कभी राजनीति में जाने की महत्वाकांक्षा रही है ?
जवाब- पुनीत इस्सर ने कहा कि महत्वाकांक्षा तो नहीं है, पर हमारे लिए देश प्रथम है, मुझे भारतीय होने पर गर्व है. देश के लिए जो होगा, जो हम कर सकते हैं, वो जरूर करेंगे. पुनीत इस्सर ने कहा कि मैं कलाकार हूं जो मेरे माध्यम से हो सकता है वो करेंगे, हमें देश पर गर्व होना चाहिए.
15. सवाल- आप फिटनेस आइकन भी हैं, तो ऐसे में आप युवाओं को क्या फिटनेस मंत्र देंगे ?
जवाब- पुनीत इस्सर ने कहा कि हमारे हिंदुस्तान का जो यूथ है, उनको कहूंगा कि एक्सरसाइज करना जरूरी है. हमारे देश में एक गलत धारणा है कि जवानी में ही इंसान को एक्सरसाइज करनी चाहिए. महिला हो या पुरुष, जबकि चालीस साल के बाद तो जरूरी है. पुनीत इस्सर ने कहा कि 50 साल तो बेहद जरूरी है, 60 साल के बाद तो आपको व्यायाम करना ही है. आपके लिए वेट ट्रेनिंग बहुत जरूरी है, योग भी जरूरी है. मैं तो कहता हूं कि घर में डंबल रखने चाहिए. पुनीत इस्सर ने कहा कि मैं 66 साल का हूं, 3 घंटे रोजाना एक्सरसाइज करता हूं. डाइट में वेजिटेरियन हिंदुस्तानी खाना ही पसंद करता हूं, रोटी, सब्जी, दाल, दही, फ्रूट खाता हूं. आप ज्यादा तेल, घी खाएंगे और एक्सरसाइज कम करेंगे तो कैसे चलेगा ? सांसों की तरह ही आपको व्यायाम भी जरूरी है.