जयपुरः भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने पद छोड़ने की पेशकश की है. पार्टी आलाकमान के सामने पद छोड़ने की पेशकश की गई है. जातिगत समीकरण साधने के लिए जोशी ने की यह पेशकश की. आने वाले समय में राजस्थान की 5 सीटों पर उपचुनाव है. ऐसे में पार्टी के जातिगत समीकरण साधना बेहद जरूरी है.
हालांकि पार्टी आलाकमान की तरफ से फिलहाल जोशी को हटाने के लिए कोई जल्दबाजी नहीं की जा रही थी. लेकिन जोशी ने पद छोड़ने की पेशकश की है. अब जल्दी ही भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है. पार्टी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मूल ओबीसी जाति से नया प्रदेश अध्यक्ष होगा.
तीसरी बार की पेशकशः
सूत्रों के अनुसार सीपी जोशी ने तीसरी बार इस्तीफे की पेशकश की है. विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद पहली बार पेशकश की थी. फिर लोकसभा चुनाव में टिकट मिलने के बाद पेशकश की थी. और अब तीसरी बार नड्डा के सामने की इस्तीफे की पेशकश की गई है.
ये हो सकते है नए नामः
23 जुलाई को प्रदेशाध्यक्ष को बदला जाना था. लेकिन बजट आने के कारण प्रदेशाध्यक्ष नहीं बदला गया. जब सीपी जोशी ने आलाकमान से मुलाकात की थी. तब कहा था कि मैं लोकसभा चुनाव में व्यस्त रहूंगा. ऐसे में आप अध्यक्ष की जिम्मेदारी से मुक्त कीजिए.
आलाकमान के सामने कुछ अन्य नेताओं द्वारा भी दलील रखी गई. एक ही जाति के प्रदेशाध्यक्ष और मुख्यमंत्री रहना संभव नहीं. ऐसे में अब आज या कल में हो सकती मदन राठौड़, राजेंद्र गहलोत, प्रभुलाल सैनी या अलका गुर्जर में से किसी एक के नाम की घोषणा हो सकती है. सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और अमित शाह के बीच भी बातचीत हुई है. कल सीएम के दिल्ली दौरे के दौरान इस मुद्दे को लेकर बातचीत हो गई है.