राजस्थान के शहरों में मुख्यमंत्री सदभावना केन्द्र योजना की गई शुरू, गरीब व जरूरतमंद लोगों को फ्री मिल सकेगा सामान

जयपुरः प्रदेश में गरीब व जरूरतमंद लोगों के लिए मुख्यमंत्री सदभावना केन्द्र खोलने की नई योजना शुरू की गई है. इस योजना की परिकल्पना खुद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने की थी, उसी मुताबिक प्रदेश के शहरी निकायों में यह योजना शुरू की गई है. 

प्रदेश के शहरों में एक बड़ी आबादी निम्न आय वर्ग,गरीब व जरूरतमंद लोगों की है. इन्हें कपड़े,जूते,किताबें,खिलौने,फर्नीचर व इलेक्ट्रोनिक सामान नि:शुल्क उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की परिकल्पना के आधार पर ही स्वायत्त शासन विभाग ने यह योजना का खाका तैयार किया है. योजना के तहत प्रदेश भर के शहरों में मुख्यमंत्री सदभवान केन्द्र खोले जा रहे हैं. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ पर इस योजना का शुभारंभ किया था. आपको बताते हैं कि यह योजना किस तरह क्रियान्वित की गई और किस तरह से गरीब व जरूरतमंद लोगों के लिए यह लाभकारी है.

-नगर निगम में 5, नगर परिषद में 3 और नगर पालिका में 1 मुख्यमंत्री सदभावान केन्द्र खोला जाएगा

-जयपुर हैरिटेज नगर निगम और जयपुर ग्रेटर नगर निगम सहित कई निकायों में इन केन्द्रों की शुरूआत की जा चुकी है

-मुख्यमंत्री सदभावना केन्द्र के लिए सामुदायिक केन्द्र,अंबेडकर भवन,सार्वजनिक स्थल,अनुपयोगी सरकारी भवनों व आश्रय स्थलों का चयन किया जाना है

-मुख्यमंत्री सदभावना केन्द्र विशेष तौर पर ऐसे स्थानों पर बनाए जाएंगे, जहां गरीब आबादी का घनत्व अधिक हो

-इन केन्द्रों पर लोग अपने पुराने कपड़े, जूते, खिलौने, फर्नीचर, इलेक्ट्रोनिक सामान, सजावटी सामग्री,प्लास्टिक व धातुओं से बनी अन्य वस्तुएं जमा करा सकेंगे

-इन केन्द्रों पर प्राप्त होने वाले सामान का रजिस्टर में रिकॉर्ड रखा जाएगा,दानदाता को दान किए गए सामान की रसीद दी जाएगी

-सामर्थ्यवान लोगों से दान में मिले सामान को मुख्यमंत्री सदभावना केन्द्रों में बड़े कक्ष में वगीकृत रूप से रखा जाएगा

-इन केन्द्रों पर रखे सामान को कोई भी जरूरतमंद अपनी जरूरत के अनुसार ले सकेगा

-जरूरतमंद अपने शहर में इन केन्द्रों की लोकेशन तलाश सके, इसके लिए इन केन्द्रों की गूगल मैप पर जिओ टैगिंग की जाएगी

-सामान का वितरण आंगनबाड़ी केन्द्रों व कच्ची बस्तियों में भी जरूरतमंदों को किया जा सकेगा

-मुख्यमंत्री सदभावना केन्द्र पर दान में मिला ऐसा सामान जिसका कोई अन्य व्यक्ति दुबारा इस्तेमाल नहीं कर सकता

-उस सामान को रिसाइकिलिंग के लिए रिसाइकिलिंग एजेंसियों को प्रचलित दर पर दिया जाएगा

-इसे बेचने से प्राप्त आय को मुख्यमंत्री सदभावना केन्द्र के संचालन व रखरखाव में लगाया जाएगा

-अनुपयोग सामान जैसे पुराने जूते, टायर, ड्रम,प्लास्टिक की बोतलों, फर्नीचर को रिसायकल कर पार्कों में बैंच के तौर पर लगाने

-और पौधों की सुरक्षा के तौर पर किया जा सकेगा

-सामान जमा करने और सामान प्राप्त करने के लिए ये केन्द्र सोमवार से शनिवार सुबह दस बजे से लेकर शाम छह बजे तक खुले रहेंगे

मुख्यमंत्री सदभावना केन्द्रों के कामकाज की मॉनिटरिंग के लिए भी इस योजना में प्रावधान किए गए हैं. निकाय, जिला,संभाग और प्रदेश स्तर पर मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है.

-मुख्यमंत्री सदभावना केन्द्रों के संचालन के लिए निकाय स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे

-निकाय स्तर पर आयुक्त/अधिशासी अधिकारी हर महीने बैठक आयोजित कर योजना की समीक्षा करेंगे

-जिला कलक्टर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया है

-यह समिति जिले में मुख्यमंत्री सदभावना केन्द्रों के सर्वश्रेष्ठ संचालन करने वाले शहरी निकाय का चयन करेंगे

-चयनित शहरी निकाय के अधिकारियों को जिला स्तर पर गांधी जयंती, स्वाधीनता दिवस व गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जाएगा

-संभाग स्तर पर मॉनिटरिंग संबंधित क्षेत्रीय उप निदेशक की ओर से की जाएगी

-स्थानीय निकाय निदेशक की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय प्रबंधन व मॉनिटरिंग समिति का गठन किया गया है

-यह समिति हर तीन महीने में बैठक कर प्रदेश भर में संचालित मुख्यमंत्री सदभावना केन्द्रों के संचालन व रखरखाव की समीक्षा करेंगे.