जयपुर/सिरोही: राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू इस समय शीत लहर की चपेट में है. बीते कल से यहां मौसम में बदलाव देखा जा रहा है, जब देर शाम से ठंडी हवाएं चलने लगीं. उत्तरी पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के चलते माउंट आबू का मौसम सर्द हो गया है. इस सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव जलाकर गर्मी का प्रयास कर रहे हैं, और शाम के समय नक्की झील के किनारे पर पर्यटक गर्म पदार्थों का आनंद ले रहे हैं. आज माउंट आबू का न्यूनतम तापमान 3 से 4 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. ऐसे में लोग गर्म कपड़ों में लिपटे हुए नजर आएंगे. सर्दी के असर से दिनचर्या भी देर से शुरू हो रही है.
फलोदी और ग्रामीण क्षेत्रों में भी सर्दी का असर:
शीत लहर और सर्द हवाओं का असर फलोदी और ग्रामीण क्षेत्रों में भी महसूस किया जा रहा है. उत्तरी भारत में बर्फबारी के कारण मौसम में बदलाव आया है, और तेज सर्द हवाओं के चलते ठंड में इजाफा हुआ है. पिछले दो दिनों के मुकाबले कल से चली तेज हवाओं ने सर्दी के तेवर और बढ़ा दिए हैं, जिससे आमजन को खासा असर पड़ा है. लोग सर्दी से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं.
जैसलमेर में सर्द हवाओं का असर:
जैसलमेर में भी सर्द हवाओं ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है. यहां 30 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं, जो रबी की फसलों के लिए संकट बन सकती हैं. आंधी के कारण जीरे और ईसबगोल की फसलों को नुकसान हुआ है. यदि हवाएं लगातार चलती रही तो फसलें पूरी तरह से नष्ट हो सकती हैं. मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात गतिविधि के कारण मौसम में बदलाव आया है.
पोकरण में भी सर्दी का असर:
पोकरण और परमाणु नगरी में भी सर्दी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. शीत लहर और सर्द हवाओं ने यहां के आमजन को झकझोरा है. उत्तरी भारत में बर्फबारी से मौसम की फिजा में बदलाव आया है, और ठंड के असर से लोग दिनचर्या में बदलाव महसूस कर रहे हैं. लोग सर्दी से बचने के लिए अलाव जलाने, गर्म चाय पीने और पकौड़ी खाने जैसी चीजों का सहारा ले रहे हैं.