VIDEO: आखिर ग्रेटर नगर निगम की ये कैसी कार्यप्रणाली ? बिना बिल्डिंग खाली कराए कर दी बिल्डिंग सीज, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: महज एक दीवार के अतिक्रमण संबंधित मामले में ग्रेटर नगर निगम के मालवीय नगर जोन ने पूरी बिल्डिंग को ही सीज कर दिया. यही नहीं सीज की कार्रवाई से पहले बिल्डिंग में रह रहे लोगों को ना तो पहले बाहर निकाला गया और ना ही बताया गया अब हालात ये की बिल्डिंग में रहने वाले लोग मुसीबत में आ गए है उनका जीवन यापन संकट में है. मामला है ज्योति मार्ग,बापू नगर स्थित जय विलास बिल्डिंग का है. 

निगम की ओर से निर्माणकर्ता को 6 जून 2024 को दिया गया नोटिस:
-नोटिस में सड़क मार्ग पर अवैध रूप से ईंटो की दीवार बनाना बताया 
-वहीं निर्माणकर्ता की ओर से भी नोटिस का दिया गया जबाव 
-जबाव में अवैध निर्माण पाए जाने पर स्वत ही अवैध निर्माण हटाने की कही बात 
-अब सवाल ये की जब निगम ने अपने नोटिस में सिर्फ सड़क पर दीवार का बताया अवैध निर्माण 
-तो अवैध दीवार को तोड़ने की बजाय निगम ने क्यों की पूरी बिल्डिंग सीज 
-निगम चाहता तो अपने नोटिस के हिसाब से तोड़ सकता था सड़क पर बनी अवैध दीवार 

मालवीय नगर जोन उपायुक्त की ओर से 6 जून 2024 को एक नोटिस निर्माणकर्ता को दिया गया, जिसने सड़क मार्ग पर अतिक्रमण करते हुए ईंटो की दीवार बनाना बताया गया. निगम खुद मान रहा है कि अतिक्रमण सिर्फ सड़क पर दीवार बनाने तक ही है. वहीं इसी माह की 29 तारीख को निगम की ओर से पूरी बिल्डिंग को ही सीज कर दिया जाता है. नियमानुसार निगम को जिस अवैध निर्माण के संबंध में नोटिस दिया गया. उस पर कार्यवाही अमल में लाई जानी थी लेकिन अपनी मनमर्जी के चलते निगम ने बिल्डिंग को सीज कर दिया. यही नही निर्माणकर्ता की ओर से निगम के नोटिस के जबाव में ये कहा गया की अगर कोई अवैध निर्माण पाया जाता है तो वो स्वत ही उसे हटवा देगा सबसे अहम बात ये की बिल्डिंग सीज करने से पहले जिन बातों का ध्यान निगम को रखना चाहिए था वो नहीं रखा गया. 

आमतौर पर किसी भी बिल्डिंग को सीज करने से पहले उस बिल्डिंग में रह रहे लोगों को जानकारी देकर बाहर रखना जरूरी होता है लेकिन अभी भी उस बिल्डिंग में लोग रह रहे है जिनका जीना मुश्किल हो रहा है बिल्डिंग में रह रहे लोगों का कहना है की हमारा क्या कसूर जो हमे ये सजा मिल रही है अगर दीवार अवैध है तो उसे तोड़ देते लेकिन बिल्डिंग सीज करने का क्या मतलब अब हम जाए तो कहा जाए ना तो हमारे वाहन अंदर आ सकते ओर ना ही हम बाहर जा सकते. एक दीवार को तोड़ने की बजाय निगम की ओर से पूरी बिल्डिंग को तब सीज करना जब उसमे लोग रह रहे है ये पूरी तरह से नियम विरुद्ध है.