World No-Tobacco Day: तंबाकू आमजन के लिए मौत का दूसरा नाम, प्रतिवर्ष प्रदेश में 77 हजार से अधिक मौतें

World No-Tobacco Day:  तंबाकू आमजन के लिए मौत का दूसरा नाम, प्रतिवर्ष प्रदेश में 77 हजार से अधिक मौतें

जयपुर: विश्व तम्बाकू निषेध दिवस आज है. तंबाकू आमजन के लिए मौत का दूसरा नाम है. तंबाकू से होने वाले रोगों में प्रतिवर्ष प्रदेश में 77 हजार से अधिक मौतें हो जाती है. इससे देशभर में 13.5लाख, विश्वभर में 80 लाख लोगों की जान जाती है. तंबाकू का धुआं इनडोर प्रदूषण का बहुत खतरनाक रूप है.

इसमें 7000 से अधिक रसायन होते,जिनमें से 69 कैंसर का कारण बनते है. तंबाकू का धुएं का पांच घंटे तक हवा में असर रहता. फेफड़ों के कैंसर, COPD और फेफड़ों के संक्रमण को बढ़ाता है. धूम्रपान का अत्यधिक सेवन दिमाग पर असर करता है. आइए हम किसी भी हानिकारक उत्पाद का उपयोग न करने का संकल्प लें.

तम्बाकू सेवन से दूर रहने का संकल्प लेना चाहिए. तम्बाकू के बिना स्वस्थ जीवन जीने के प्रयास होने चाहिए. जो लोग आदि है उन्हें आदत को त्यागने के लिए प्रेरित करना चाहिए. चिकित्सा विभाग आज से तम्बाकू निषेध थीम पर जागरुकता अभियान  चलाएगा. ACS(मेडिकल) शुभ्रा सिंह ने जागरूकता गतिविधियां प्रारंभ करने के लिए कलेक्टर्स को पत्र लिखा.