2019/02/15 07:02
कुछ 44 लोग थे, 44 लोग हो या 440 लोग आप क्यों इतना दुख मना रहे हैं। इसमें दुख वाली क्या बात है। आप वो करिए जो इस देश में सही है। जो सेक्युलर लोग करते हैं। इन बातों पर दुख मनाना बीजेपी, RSS, हिंदुत्ववादी, राष्ट्रवादी संस्था पर छोड़ दीजिए। वो करिए जो सेक्युलर लोग करते हैं।