जयपुर: मुख्य सचिव सुधांश पंत ने गर्मियों में पानी, बिजली की पर्याप्त आपूर्ति के लिए पूरी तरह कलेक्टर्स को जिम्मेदार बताते हुए ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को जरूरत होने पर बिजली खरीद करने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर्स, संभागीय आयुक्तों के साथ रविवार को अवकाश के दिन बैठक लेकर उन्होंने अधीनस्थ कार्यालयों में फाइलिंग मॉनिटरिंग, रात्रि चौपाल और आकस्मिक निरीक्षण और हीट स्ट्रोक से रोकथाम को लेकर जागरूकता पर खासा जोर दिया. उन्होंने रात्रि चौपाल और निरीक्षण के दौरान अधिकारियों के निजी के बजाय राजकीय सुविधाओं का ही उपयोग करने की नसीहत भी दी.
CS सुधांश पंत ने रविवार के अवकाश के दिन सचिवालय से वीसी के जरिए कलेक्टर्स और संभागीय आयुक्तों के साथ बैठक ली.
ये दिए निर्देश
समस्याओं का पूरी तरह समाधान करते हुए पानी, बिजली और चिकित्सा जैसी आवश्यक सेवाओं का नियमित रूप से निरीक्षण कर पाई जाने वाली समस्याओं का भी शीघ्र निपटारा किया जाए. कलेक्टर्स और अधिकारी अपने क्षेत्र की व्यवस्थाओं के लिए उत्तरदायी होगें.
अधिकारी जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप धरातल पर रहकर कार्य करें.
जल जीवन मिशन की जिला वाटर व सेनिटेशन मिशन की तरह संभाग स्तरीय अधिकारियों को शामिल करते हुए संभाग स्तर पर भी कमेटी का गठन किया जाये.
संभागीय आयुक्त, जिला कलक्टर सहित अन्य अधिकारी तहसील और उपखण्ड स्तर पर रात्रि चौपाल आयोजित कर आमजन की समस्याओं को सुने.
रात्रि चौपाल के दौरान अधिकारी राजकीय सुविधा का ही उपयोग करें.
सभी विभाग और अधिकारी मिलकर जल संरक्षण और वर्षा जल संग्रहण को महत्व दे एवं प्रत्येक परिवार को पेड़ लगाने व बचाने के लिए प्रेरित करें व पर्यावरण शुद्धि के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगावाने और उनके संरक्षण के लिए आमजन को जागरूक किया जाये.
इस गर्मी के मौसम में विशेष रूप से सांयकाल एवं रात्रि के समय बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करे.
यदि आवश्यकता पडे़ तो अतिरिक्त विद्युत की खरीद करें.
बिजली, पेयजल और चिकित्सा की जरूरतों को उचित प्रबन्धन से पूरा किया जाये और इन विभागों के अधिकारियों को यदि धरातल पर कोई समस्या आती है तो पूरा प्रशासन साथ मिलकर इनका सहयोग करें.
जल जीवन मिशन कार्यक्रम में किसी प्रकार की लापरवाही या अनियमितता नहीं होनी चाहिए. सभी कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ नियमानुसार और गाईडलाइन के अनुसार समय पर पूरी करवाये जाये.
आने वाले दिनों में तापमान में वृद्धि होने के आसार है जिससे हीट स्ट्रोक का खतरा हो सकता है, इसके लिए स्थानीय प्रशासन, लोकल मीडिया चैनल्स, प्रिंट मीडिया एवं यूट्यूब द्वारा एडवाइजरी का प्रचार-प्रसार किया जाये.
साथ ही जिलो के अस्पतालों, CHC,PHC पर सभी प्रकार की आवश्यक दवाईयां एवं स्टाफ उपलब्ध रखें.
प्रदेश में सुशासन और पारदर्शिता के लिए ई-फाईलिंग सिस्टम को अब सभी अधिनस्थ कार्यालयों में लागू करने के लिए आवश्यक कार्यवाही करते हुए ई-फाईल के डिस्पोजल टाईम की भी समय.समय पर मॉनिटरिंग करें.
राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का निस्तारण निर्धारित समयावधि में गुणवत्तापूर्वक पूर्ण करने के निर्देश दिये.
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह, आनंद कुमार, प्रमुख सचिव, उद्योग अजिताभ शर्मा, जलदाय सचिव डॉ. समित शर्मा, प्रबन्ध निदेशक, जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड भानू प्रकाश अटरू, मिशन निदेशक एन.एच.एम डॉ. जितेन्द्र सोनी, जल जीवन मिशन निदेशक बचनेश अग्रवाल सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मायजो रहे.