जम्मू कश्मीरः जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर आज मतगणना होगी. सुबह 8 बजे से वोटों की काउंटिंग शुरू होगी. और दोपहर 12 बजे तक के रुझानों से हो साफ जाएगा कि किसकी सरकार बनेगी. जम्मू कश्मीर में 3 चरणों में मतदान हुआ था. जिसमें 837 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होना है. जहां बहुमत के लिए 46 सीट जरूरी होगी.
J&K में 18 सितंबर से 1 अक्टूबर तक 3 फेज में 63.88% वोटिंग हुई थी. 10 साल पहले यानी 2014 में आखिरी बार हुए चुनाव में 65% मतदान हुआ था. यानी इस बार जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में 1.12% वोटिंग कम हुई. NC, कांग्रेस, भाजपा और PDP के अलावा छोटी पार्टियां मुकाबले में हैं. एग्जिट पोल में 5 सर्वे एजेंसियों ने NC और कांग्रेस की सरकार को बहुमत मिलता दिख रहा है. तो वहीं वहीं विधानसभा सीटों के 5 एग्जिट पोल में हंग असेंबली का अनुमान जताया गया है. यानी जम्मू-कश्मीर चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा. ऐसे में छोटे दल और निर्दलीय विधायक जम्मू-कश्मीर में किंगमेकर होंगे.
मुफ्ती परिवार की तीसरी पीढ़ी चुनावी मैदान मेंः
पहली बार केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जम्मू-कश्मीर का चुनाव हुआ. परिसीमन के बाद 90 विधानसभा सीटें बनाई गई थी. मुफ्ती परिवार की तीसरी पीढ़ी चुनावी मैदान में है. महबूबा की बेटी इल्तिजा मुफ्ती बिजबेहड़ा विधानसभा से लड़ रही है. प्रमुख चेहरों में पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, पूर्व उप मुख्यमंत्री ताराचंद व मुजफ्फर हुसैन बेग, भाजपा अध्यक्ष रवींद्र रैना, कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा, अपनी पार्टी प्रमुख अल्ताफ बुखारी, पीपुल्स कांफ्रेंस अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन,
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जीए मीर आदि शामिल है.
जम्मू कश्मीर में बनाए गए 28 मतगणना केंद्रः
जम्मू कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों के चुनाव नतीजों के लिए 28 मतगणना केंद्र बनाए गए. 90 मतदान अधिकारी और उनकी सहायता के लिए 119 सहायक मतदान अधिकारी लगाए गए. मतगणना एक हजार चालीस मेजों पर होगी. इसमें EVM में मिले वोटों की गिनती की जाएगी. इसके अलावा मतगणना पर्यवेक्षक पूरी प्रक्रिया पर कड़ी निगरानी रखेंगे. मतगणना केंद्र के 100 मीटर के दायरे में किसी तरह भी गतिविधि की इजाजत नहीं है. वहां विशेष जांच चौकियां भी स्थापित की गई है. मतपेटियों को मतगणना केंद्रों पर लाने के लिए पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग कराई गई.