वडोदरा: पीएम मोदी और स्पेन के पीएम पेड्रो सांचेज ने टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया. टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) परिसर में उद्घाटन किया गया. C-295 विमान के निर्माण के लिए टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया गया है. इस दौरान मोदी ने कहा कि आज से हम भारत और स्पेन की पार्टनरशिप को नई दिशा दे रहे हैं.
हम C-295 एयरक्राफ्ट के प्रोडक्शन की फैक्ट्री का शुभारंभ कर रहे हैं. यह फैक्ट्री भारत-स्पेन संबंधों को मजबूती देने के साथ ही मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड, इस मिशन को भी सशक्त करने वाली है. जैसे ही हम अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए पहला कदम उठाते हैं. रास्ते अपने आप बनते चले जाते हैं. आज भारत में डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग इकोसिस्टम नई ऊंचाइयों को छू रहा है. अगर हमने 10 साल पहले ठोस कदम न उठाए होते, तो आज इस मंजिल तक पहुंचना असंभव होता. तब कोई सोच भी नहीं सकता था कि भारत में इतने बड़े पैमाने पर डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग हो सकती है. उस समय प्राथमिकता और पहचान सिर्फ आयात की थी. हमने नए रास्ते पर चलने का फैसला किया, अपने लिए नए लक्ष्य तय किए. आज इसका नतीजा हमारे सामने है.
एयरलाइन्स ने 1200 नए एयरक्राफ्ट खरीदने का दिया ऑर्डरः
मैं आज के कार्यक्रम को ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के निर्माण से आगे भी देख रहा हूं. आप सभी ने पिछले दशक में भारत के एविएशन सेक्टर में अभूतपूर्व वृद्धि और परिवर्तन देखा है. हम पहले से ही भारत को एविएशन हब बनाने के लिए काम कर रहे हैं. ये इकोसिस्टम भविष्य में मेड इन इंडिया सिविल एयरक्राफ्ट का रास्ता प्रशस्त करेगा. अलग-अलग भारतीय एयरलाइन्स ने 1200 नए एयरक्राफ्ट खरीदने का ऑर्डर दिया है. यानि ये फैक्ट्री भविष्य में भारत और दुनिया की जरूरतों को पूरा करने के लिए सिविल एयरक्राफ्ट के डिजाइन और मैन्यूफैक्चरिंग में बड़ी भूमिका निभाने वाली है.
स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ ने संबोधित करते हुए कहा कि आज हम न केवल एक अत्याधुनिक औद्योगिक सुविधा का आधिकारिक उद्घाटन कर रहे हैं. आज हम यह भी देख रहे हैं कि कैसे दो प्रतिष्ठित कंपनियों के बीच एक असाधारण परियोजना वास्तविकता बन जाती है. प्रधानमंत्री मोदी, यह आपके विज़न की एक और जीत है. आपका विज़न भारत को एक औद्योगिक शक्ति और निवेश और व्यापार के लिए एक आकर्षण बनाना है. एयरबस और टाटा के बीच यह साझेदारी भारतीय एयरोस्पेस उद्योग की प्रगति में योगदान देगी. और अन्य यूरोपीय कंपनियों के आगमन के लिए नए द्वार खोलेगी. यह परियोजना दो दुनियाओं की सर्वश्रेष्ठता को एक साथ लाती है. टाटा शायद भारतीय औद्योगिक शक्ति का सबसे अच्छा प्रतिपादक है.