जयपुर: राजस्थान अक्षय ऊर्जा बिजनेस प्रमोशन सम्मेलन आयोजित किया गया. ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर के मुख्य आतिथ्य में सम्मेलन की शुरुआत हई.
ACS एनर्जी आलोक ने कहा कि CM ने बिजली परियोजनाओं के हर डेवलपमेंट को साथी माना है. राज्य सरकार ने आमजन को बिजनेस के रूप विकास प्रक्रिया में भागीदार बनाने का संकल्प व्यक्त किया. हम ऊर्जा क्षेत्र में इसी सोच के साथ आगे बढ़ रहे है, जो आगे जाकर राजस्थान के विकास में मिल का पत्थर साबित होगा. ये सम्मिट और MoU राजस्थान के विकास को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा.
ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को यहां आना था, लेकिन विधायक अमृतलाल मीणा के निधन के कारण वे नहीं आ पाए. इसके चलते कार्यक्रम बहुत संक्षिप्त रूप में आयोजित किया जा रहा है. मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि CM भजनलाल शर्मा राजस्थान को ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित है. उनकी प्रेरणा से ही हमारे अक्षय ऊर्जा के विकास में भागीदार स्टेक होल्डर्स से चर्चा हो रही है. यहां 1330 मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए गेल तथा RVUNL के बीच MoU किया जा रहा है. इस MoU के क्रियान्वयन से राज्य में 4 हजार 200 करोड़ रुपए का निवेश होगा. केन्द्र की मदद से हम 2000 मेगावाट का बैटरी स्टोरेज लगाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि पीएम सूर्यघर योजना के तहत राज्य के प्रत्येक जिले में आदर्श ग्राम विकसित किए जाएंगे. इसके साथ ही कुसुम योजना के माध्यम से कृषि कनेक्शनों के सोलराइजेशन पर जोर रहेगा. वर्ष 2027 तक हमने किसाने भाइयों को दिन में बिजली देने का लक्ष्य निर्धारित किया है. नागर ने सभी स्टेक होल्डर्स से आह्वान किया कि वे इस लक्ष्य की सिद्धि में तन-मन और कर्म से सहभागी बने. राजस्थान में अक्षय ऊर्जा के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे.