श्रीगंगानगर : पाकिस्तान के द्वारा भारत में लगातार हेरोइन की खेप भेजने की नापाक हरकत की जा रही है मगर बीएसएफ के जवानों के द्वारा पाकिस्तान के मंसूबो को नाकाम कर दिया जाता है. आज शनिवार सुबह लगभग 4:15 बजे अनूपगढ़ के गांव 30 एपीडी मैं भारत-पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय पोस्ट विजेता पोस्ट के पास एक खेत में एक पाकिस्तान ड्रोन और एक पैकेट हेरोइन बरामद हुआ है. खेत के मालिक ने इसकी सूचना बीएसएफ के अधिकारियों को दी. सूचना मिलने पर बीएसएफ के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ड्रोन और हेरोइन को जब्त कर लिया है. बंद पैकेट में 3 किलो हेरोइन बरामद हुई है जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में 15 करोड रुपए कीमत है. मौके पर बीएसएफ और पुलिस के द्वारा कार्रवाई की जा रही है वहीं तस्करों को पकड़ने के लिए जिले भर में नाकाबंदी भी करवा दी गई है.
खेत के मालिक ने बीएसएफ को दी सूचना
आज सुबह लगभग 4:15 गांव 30 एपीडी का निवासी कालूराम नायक जब अपने खेत में गया तो खेत में उसे एक ड्रोन गिरा हुआ दिखाई दिया. किसान ने इसकी सूचना तुरंत प्रभाव से बीएसएफ जवानों को दी. सूचना मिलने पर बीएसएफ के अधिकारी मौके में पहुंचे और बीएसएफ के अधिकारियों ने जब ड्रोन को सर्च किया तो ड्रोन के साथ एक पीले रंग के पैकेट में 3 किलो हेरोइन भी बरामद हुई है. बीएसएफ के अधिकारियों ने इसकी सूचना अनूपगढ़ पुलिस को दी. सूचना मिलने पर डीएसपी अमरजीत चावला टीम के साथ मौके पर पहुंचे. बीएसएफ और पुलिस के द्वारा पूरे क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया जा रहा है. बरामद हुई हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 15 करोड रुपए मानी जा रही है.
टेक्निकल फॉल्ट आने के कारण गिरा ड्रोन
बीएसएफ के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान से सम्भवतः शुक्रवार रात ड्रोन के माध्यम से भारत में हेरोइन भेजी गई थी मगर ड्रोन में टेक्निकल फाल्ट आने या बैटरी डिस्चार्ज होने के कारण ड्रोन तस्करों को हेरोइन की डिलीवरी देने से पहले ही भारत-पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित विजेता पोस्ट के पास एक खेत में हेरोइन सहित गिर गया.
बीएसएफ के के पास थे इनपुट
बीएसएफ के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार बीएसएफ के पास पहले से ही इनपुट था कि पाकिस्तान ड्रोन के माध्यम से भारत में हेरोइन की खेप भेजने वाला है. बीएसएफ के जवान इनपुट मिलते ही सक्रिय हो गए थे और अनूपगढ़ जिले की अंतरराष्ट्रीय सीमा में जगह-जगह पर नाकाबंदी करवा दी गई थी ताकि हेरोइन की खेप की डिलीवरी तस्करों को न मिल सके और उन्हें पकड़ा जा सके.