पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने BJP सरकार पर साधा निशाना, कहा- ईआरसीपी व यमुना जल के नाम पर किया जा रहा गुमराह

जयपुरः प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर बड़ा हमला करते हुए आरोप लगाया है कि ईआरसीपी व यमुना जल एमओयू के नाम पर प्रदेश की जनता को गुमराह किया जा रहा है. डोटासरा ने कहा कि इन दोनों प्रोजेक्ट पर झूठी वाहवाही लूटने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत धन्यवाद यात्रा निकाल रहे है, लेकिन आज तक इन एमओयू को जनता के सामने नहीं रखा. गोविंद डोटासरा ने प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में प्रेस कान्फ्रेंस करके भाजपा सरकार को घेरा.

प्रदेश की भाजपा सरकार एक तरफ ईआरसीपी व यमुना जल समझौते को लेकर जनता के बीच आभार यात्राएं निकाल रही है, वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने हाल ही में हरियाणा और राजस्थान के बीच हुए यमुना जल समझौते पर सवाल उठाए है. डोटासरा ने कहा कि आज ये यमुना और ईआरसीपी का चुनावी लाभ लेने के लिए दौरे कर रहे हैं, लेकिन हकीकत कुछ और है. डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार की अगर मंशा साफ है तो वो दोनों एमओयू को सार्वजनिक करे.

डोटासरा ने कहा कि यमुना जल मामले की शुरुआत 1994 से हुई थी. फिर इस मामले को लटकाये रखा. अब राजस्थान सरकार एमओयू की  बात करके वाहवाही लूट रही है, लेकिन हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर हरियाणा विधानसभा में साफ कह रहे हैं कि इस समझौते के अनुसार हरियाणा को पूरा पानी मिलेगा, जबकि राजस्थान को तो बरसात के पानी का कुछ हिस्सा मिलेगा. पीसीसी चीफ डोटासरा ने आज हरियाणा के सीएम खट्टर का वीडियो भी जारी किया. डोटासरा ने कहा कि बीजेपी आज आभार यात्राएं निकाल रही है, लेकिन इससे पहले वो एमओयू की स्थिति स्पष्ट करें, अन्यथा कांग्रेस खुलकर विरोध करेगी. डोटासरा ने भाजपा सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हम इसे पहले पर्ची सरकार कहते हैं. कुछ लोग इसे भजन सरकार कहते हैं, लेकिन यह तो अब भ्रमण सरकार बन गई है, क्योंकि सीएम तो जयपुर में रुकते ही नहीं हैं, सिर्फ हेलीकाप्टर में घूम रहे है.

यमुना जल समझौते मामले में पीसीसी प्रवक्ता यशवर्धन सिंह ने कहा कि हरियाणा के सीएम साफ कह रहे हैं कि हमने को जल का अनुपात बढ़वा लिया. अगर समझौते के अनुसार काम हुआ तो हरियाणा को ज्यादा पानी मिलेगा. बरसात में जो अतिरिक्त पानी आयेगा. उसमें से राजस्थान को पानी दिया जाएगा. उस अतिरिक्त पानी में से भी 25 फीसदी पानी पहले हरियाणा लेगा. यशवर्धन सिंह ने कहा कि मामला कोर्ट में भी विचाराधीन है, शुक्रवार को सुनवाई है, ऐसे में सुनवाई में पहले सरकार भ्रमित कर रही है. इस मामले में नीमकाथाना के विधायक सुरेश मोदी ने कहा कि शेखावाटी में पानी की समस्या विकराल है. वहां सिंचाई तो दूर की बात बल्कि पीने के पानी का ही बड़ा संकट है. मोदी ने कहा कि ऐसे में केवल बारिश में पानी लाने का समझौता करके आखिर सरकार क्या साबित करना चाहती है?

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि राजस्थान की जनता को पानी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर इस प्रोजेक्ट को लटकाने से केन्द्र की भाजपा सरकार ने राजनैतिक द्वेषता का परिचय दिया है तथा साबित किया है कि भाजपा को राजस्थान की जनता की तकलीफों से कोई सरोकार नहीं है. अब देखना है कि लोकसभा के चुनावी मौसम में पानी का मुद्दा प्रदेश में किस तरह गरमाता है.