जयपुर: जयपुर शहर को बढ़ते ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने की दिशा में प्रदेश की भजनलाल सरकार ने महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ा दिया है जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण को क्रियान्वित करने और नए रूट पर मेट्रो चलाने की दिशा में बड़ा कदम आगे बढ़ा दिया है.
प्रदेश में भजनलाल सरकार के गठन के बाद ही जयपुर मेट्रो को प्राथमिकता में रखा गया है. यही कारण है कि उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण को लेकर विधानसभा में घोषणा की थी. जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण को शीघ्र क्रियान्वित करने और नए रूट पर मेट्रो चलाने को लेकर निविदा जारी कर दी है. आपको बताते हैं कि निविदा में चयनित फर्म किस तरह विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करेगी.
-सीतापुरा से अंबाबाड़ी तक के रूट की डीपीआर को किया जाएगा अपडेट
-मौजूदा डीपीआर कांग्रेस सरकार में वर्ष 2020 में बनी थी
-वर्ष 2014 की ट्रैफिक स्टडी के आधार पर बनी थी
-अब नए सिरे से ट्रैफिक स्टडी की जाएगी
-उसके आधार पर इस डीपीआर को अपडेट किया जाएगा
-अंबाबाड़ी से विद्याधर नगर के आगे तक की बनेगी नई डीपीआर
-इस 10 किलोमीटर लंबे हिस्से की बनेगी नई डीपीआर
-रोड नंबर 14 तक बनाई जा सकती है डीपीआर
-विभिन्न नए रूट्स पर मेट्रो ट्रेन चलाने की तलाशी जाएगी संभावना
-21 किलोमीटर से अधिक लंबे रूट्स पर तलाशी जाएगी संभावना
-इसके लिए ट्रैफिक और ट्रांसपोर्ट स्टडी कराई जाएगी
-जिन रूट्स पर मेट्रो चलाना पाया जाएगा फिजिबल
-उसे बारे में रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी
-जिन रूट्स के लिए सरकार देगी स्वीकृति
-उन रूट्स के लिए नई डीपीआर बनाई जाएगी
पुरानी डीपीआर अपडेट करने और नई डीपीआर बनाने के अलावा निविदा में चयनित फॉर्म और भी काम करेगी यह परम विभिन्न ने रूट पर मेट्रो चलाने की संभावना तलाशी की इसके लिए यह फार्म रूट वाइस फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करेगी आपको बताते हैं किन-किन नए रूट की फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार होगी.
-बड़ी चौपड़ से अजमेर गेट तक तलाशी जाएगी संभावना
-वाया सांगानेरी गेट, रविंद्र मंच व रामनिवास बाग होते हुए तलाशी जाएगी संभावना
-इस 3 किमी लंबे हिस्से में मेट्रो चलाने की तलाशी जाएगी संभावना
-इसी तरह ट्रांसपोर्ट नगर से सांगानेरी गेट तक तलाशी जाएगी संभावना
-वाया घाट गेट तलाशी जाएगी मेट्रो चलाने की संभावना
-अभी पैकेज वन सी के तहत चल रहा है कॉरिडोर का निर्माण
-बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर चौराहे तक चल रहा है निर्माण
-अब इस रूट को और आगे बढ़ाने की है कवायद
-मानसरोवर और सांगानेर हवाई अड्डे को सीधा जोड़ने की भी है कवायद
-इस रूट पर जयपुर मेट्रो चलाने की है कवायद
-मानसरोवर से न्यू सांगानेर रोड, सांगा सेतु और सांगानेर पुलिस स्टेशन होते हुए हवाई अड्डे तक तलाशी जाएगी संभावना
-इस 12 किलोमीटर लंबे रूट पर मेट्रो चलाने कीे संभावना
-हीरापुरा बस टर्मिनल को मेट्रो से सीधा जोड़ने की भी है कवायद
-अजमेर रोड चौराहे से टर्मिनल तक मेट्रो चलाने की कवायद
-इस 3 किलोमीटर लंबे रूट पर तलाशी जाएग मेट्रो चलाने की संभावना
-सीतापुरा से आगे RUHS तक मेट्रो ले जाने की भी है तैयारी
-RUHS या जगतपुरा तक मेट्रो ले जाने की तैयारी
मेट्रो स्टेशन तक यात्री आसानी से पहुंच सके. मेट्रो स्टेशन पर यात्री को पार्किंग सुविधा मिले. जयपुर मेट्रो के नए कॉरिडोर निर्माण और मेट्रो के संचालन और रखरखाव के लिए राशि की व्यवस्था की जाए. आपको बताते हैं की इन तमाम मामलों में भी निविदा में चयनित फर्म क्या काम करेगी.
-फर्स्ट एंड लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए बनेगा प्लान
-सभी मौजूदा और प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन के लिए बनेगा विस्तृत प्लान
-मेट्रो स्टेशन को पब्लिक ट्रांसपोर्ट और
-नॉन मोटराइज्ड ट्रांसपोर्ट से जोड़ने के लिए बनेगा प्लान
-ताकि यात्रियों को मेट्रो स्टेशन तक पहुंचना हो आसान
-मेट्रो स्टेशन पर पार्किंग की व्यवस्था भी प्रस्तावित की जाएगी
-जयपुर मेट्रो के नए कॉरिडोर निर्माण
-और मेट्रो के संचालन व रखरखाव के लिए बड़ी कवायद
-इनके लिए राशि के जुगाड़ के लिए बनेगा डीटेल्ड प्रपोजल प्लान
-वैल्यू कैप्चर फाइनेंस के लिए बनेगा डीटेल्ड प्रपोजल प्लान
-इसके तहत मेट्रो कॉरिडोर के दोनों तरफ जेडीए की भूमि लेने,
-कॉरिडोर के दोनों तरफ भवन निर्माण मापदंड प्रस्तावित करने,
-ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट को बढ़ावा देने और विभिन्न शुल्क लगाने को लेकर दिए जाएंगे प्रस्ताव