VIDEO: जयपुर मेट्रो के दूसरे फेज की कवायद तेज, सीतापुरा से दिल्ली-अजमेर बाइपास तक मेट्रो, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: जयपुर मेट्रो से शहर के और भी इलाकों को जोड़ने के लिए जयपुर मेट्रो की ओर से कवायद शुरू की जाने वाली है. साथ ही मेट्रो के दूसरे फेज की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट(डीपीआर) को भी फाइनल किया जाएगा. जयपुर मेट्रो से कौनसे इलाकों को जोड़ा जा सकता है.जयपुर मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण में वर्तमान में बड़ी चौपड़ से लेकर मानसरोवर तक मेट्रो ट्रेन दौड़ रही है. प्रदेश में भजनलाल सरकार के गठन के बाद इस परियोजना पर फोकस किया गया. उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने इस 8 फरवरी को नए वित्तीय वर्ष के बजट के संबंध में विधानसभा में दिए गए वक्तव्य में जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार कराने की घोषणा की थी. इसके मुताबिक दूसरे चरण में सीतापुरा से टोंक रोड के साथ अंबाबाड़ी होते हुए विद्याधर नगर तक मेट्रो रेल का कोरिडोर बनेगा. प्रथम चरण में मेट्रो रूट के विस्तार के लिए पैकेज वन ए और पैकेज वन डी का काम मौके पर चल रहा है. आपको सबसे इसकी जानकारी देते हैं.

जयपुर मेट्रो परियोजना को समझिए:
-पहले चरण में मेट्रो रूट के विस्तार को पैकेज वन सी और पैकेज वन डी में बांटा गया है.
-पैकेज वन सी में बड़ी चौपड़ से रामगंज चौपड़ होते हुए ट्रांसपोर्ट नगर तक मेट्रो कोरिडोर का निर्माण किया जा रहा है.
-बड़ी चौपड़ से रामगंज चौपड़ और उसके आगे परकोटे की सीमा तक मेट्रो का भूमिगत कोरिडोर बनेगा.
-इस भूमिगत कोरिडोर की लंबाई 2.26 किलोमीटर होगी,जबकि शेष रूट पर एलिवेटेड कोरिडोर बनेगा.
-0.59 किलोमीटर की लंबाई में बनने वाला यह एलिवेटेड कोरिडोर ट्रांसपोर्ट नगर तक जाएगा.
-रामगंज चौपड़ पर भूमिगत और ट्रांसपोर्ट नगर पर एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन बनेगा.
-पैकेज वन डी में दो किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कोरिडोर का निर्माण किया जा रहा है.
-यह कोरिडोर मानसरोवर से लेकर अजमेर रोड चौराहे तक बनाया जाएगा.
-मेट्रो रूट के विस्तार की कुल लागत 1184.89 करोड़ रुपए है.
-इसमें से पैकेज वन सी की कुल लागत 980.08 करोड़ रुपए है.
-जबकि पैकेज वन डी की कुल लागत 204.81 करोड़ रुपए है.

जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण की डीपीआर को अपडेट करने या नए सिरे से डीपीआर बनाने को लेकर अगले हफ्ते निविदा जारी की जाएगी. इस निविदा में चयनित फर्म को विभिन्न मार्गों पर मेट्रो चलाने की संभावना भी तलाशनी होगी. इसके लिए फर्म की ओर से ट्रैफिक स्टडी की जाएगी. आपको बताते हैं कि चयनित फर्म क्या-क्या करेगी काम-

जानिए चयनित फर्म क्या-क्या करेगी काम:
-दूसरे चरण में अंबाबाड़ी तिराहे होते हुए सीकर रोड पर विद्याधर नगर से आगे रोड नंबर 14 तक मेट्रो चलाने की कवायद की जा रही है.
-इसके लिए विद्याधर नगर से आगे साढ़े पांच किलोमीटर तक के हिस्से में मेट्रो चलाने के लिए ट्रैफिक स्टडी कराई जाएगी.
-इसी तरह अजमेर रोड चौराहे से आगे हीरापुरा बस टर्मिनल तक भी मेट्रो चलाने की संभावना तलाशी जाएगी.
-अजमेर रोड से चौराहे से करीब 3 किलोमीटर आगे टर्मिनल तक मेट्रो चलाने के लिए ट्रैफिक स्टडी कराई जाएगी.
-मानसरोवर मेट्रो स्टेशन को न्यू सांगानेर रोड और बी टू बायपास चौराहे होते हुए टोंक रोड तक जोड़ने के लिए भी ट्रैफिक स्टडी कराई जाएगी.
-मानसरोवर से टोंक रोड को जोड़ने के लिए करीब दस किलोमीटर लंबे मार्ग पर ट्रैफिक स्टडी कराई जाएगी.
-मेट्रो के दूसरे फेज की डीपीआर वर्ष 2020 में बनाई गई थी.
-राज्य सरकार की मंशा है कि दूसरे फेज में मेट्रो को सांगानेर हवाई अड्डे व अन्य स्थानों से जोड़ा जाए.
-अगर मौजूदा डीपीआर में बहुत ज्यादा बदलाव करने पड़े तो फर्म नए सिरे से डीपीआर तैयार करेगी.
-फर्म जब मौके पर अपना काम शुरू करेगी तो करीब तीन महीने में पता चलेगा
-कि जयपुर मेट्रो के दूसरे फेज की मौजूदा डीपीआर ही अपडेट होगी या नए सिरे से डीपीआर तैयार की जाएगी.

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