जयपुर: राजस्थान फीडर कैनाल पर इस बार नहर बंदी कर रीलाइनिंग का काम होगा. जल संसाधन विभाग की मानें तो रीलाइनिंग के लिए अप्रेल व मई में नहर बंदी की जाएगी. साथ ही सरहिंद फीडर पर भी नहर बंदी कर रीलाइनिंग होगी. बतादें कि दोनों ही फीडर से राजस्थान को पानी मिलता है और रीलाइनिंग के बाद करीब 3 से 4 हजार क्यूसेक पानी ज्यादा मिलने की उम्मीद है.
राजस्थान फीडर कैनाल से पानी की मात्रा बढ़ाने और अंतिम छोर पर बैठे किसान को भी पूरा पानी देने के लिए भजनलाल सरकार इस बार नहरबंदी करवाएगी. अप्रेल से मई के दौरान राजस्थान फीडर पर करीब साढ़े 15 किलोमीटर तक रीलाइनिंग की जाएगी ताकि 3 से 4 हजार क्यूसेक पानी बढ़ाया जा सकेगा. इसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा. उधर, नहरबंदी के लिए राजस्थान सरकार ने पंजाब सरकार को 136 करोड़ रुपए पर सहमति जताई है.
राजस्थान और सरहिंद फीडर पर होगी नहरबंदी
राजस्थान फीडर पर साढ़े 15 किमी. तक होगी रीलाइनिंग
सरहिंद फीडर पर होगी करीब 12 किमी. तक रीलाइनिंग
राजस्थान के 15 जिलों में अंतिम छोर पर बैठे किसान को मिलेगा पानी
राजस्थान फीडर की क्षमता हो जाएगी 18500 क्यूसेक पानी
अभी दिया जा सकता है मात्र 11 से 12 हजार क्यूसेक पानी
हनुमानगढ़ से जैसलमेर तक लाखों किसानों को मिलेगा लाभ
राजस्थान फीडर की बुर्जी 179000 से 496000 का रीलाइनिंग
सरहिंद फीडर की बुर्जी 119700 से 447927 की रीलाइनिंग
राजस्थान फीडर पर रीलाइनिंग के लिए 97.55 करोड़ रुपए स्वीकृत
सरहिंद फीडर पर रीलाइनिंग के लिए 38.80 करोड़ रुपए स्वीकृत
राजस्थान फीडर कैनाल करीब 21 फीट गहरी
राजस्थान फीडर से प्रदेश के 15 जिलों को पेयजल और सिंचाई के लिए पानी मिलता है. लेकिन कैनाल की रीलाइनिंग नहीं होने से लगातार पानी की कमी हो रही थी. जल संसाधन विभाग की माने तो राजस्थान फीडर की फुल क्षमता 18500 क्यूसेक पानी है, जबकि वर्तमान में 11 से 12 हजार क्यूसेक पानी ही लिया जा सकता है. ऐसे में पानी की क्षमता लगातार घट रही है. अब किसानों को लाभ देने के लिए राजस्थान फीडर की बुर्जी 179000 से 496000 तक रीलाइनिंग और सरहिंद फीडर की बुर्जी 119700 से 447927 की रीलाइनिंग करवाई जाएगी. इसमें करीब 136 करोड़ से अधिक की राशि राजस्थान को खर्च करनी है और मंगलवार को ही राजस्थान से इस राशि के भुगतान पर सहमति जताई है.
राजस्थान फीडर पर रीलाइनिंग होने से लाखों किसानों को पेयजल और सिंचाई के लिए अधिक पानी मिल सकेगा. सरकार ने किसानों की मांग पर पिछली बार नहरबंदी नहीं की थी. लेकिन इस बार नहरबंदी कर रीलाइनिंग कर 4 हजार क्यूसेक तक पानी बढ़ाने की कवायद होगी ताकि भविष्य में किसानों को समस्या का सामना नहीं करना पड़े.