नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल में डॉक्टर कांड़ को लेकर जारी बवाल अब राष्ट्रपति शासन के कगार पर आता दिख रहा है. एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए है. इसी बीच ममता ने केन्द्र को दो टूक चेतावनी दी है. अगर बंगाल इसी तरह जलता रहा तो असम,ओडिशा,यूपी और दिल्ली भी जलेंगे.
एक Sitting Chief Minister के इस बयान से दिल्ली में हर कोई हैरान है. इसी बीच राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने मन की पीड़ा व्यक्त कर दी है. पश्चिम बंगाल की घटनाओं पर राष्ट्रपति ने कहा कि बस अब बहुत हुआ,मैं निराश और डरी हुई हूं. ऐसी घटनाओं को भूल जाना समाज की खराब आदत है. महिलाओं के खिलाफ अपराधों से व्यथित राष्ट्रपति ने राष्ट्र से जागने का आह्वान किया.
पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगने की संभावना:
सचमुच हालात हैं इतने गंभीर कि राष्ट्रपति तक को ऐसी प्रतिक्रिया देनी पड़ी रही है. सुप्रीम कोर्ट भी पश्चिम बंगाल सरकार को कड़ी फटकार लगा चुका है. इस सारे घटनाक्रम पर राजनैतिक प्रेक्षकों ने संभावना जताई है. पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगने की पूरी संभावना जताई है. शायद राज्यपाल की रिपोर्ट पहले से ही गृह मंत्रालय में मौजूद है. अब केवल केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में मुहर लगना बाकी है. अनुच्छेद 356 के तहत प.बंगाल में राष्ट्रपति शासन के प्रस्ताव पर मुहर लगना बाकी है.
राष्ट्रपति शासन के कगार पर पश्चिम बंगाल !
— First India News (@1stIndiaNews) August 29, 2024
एक बार फिर हालात हुए तनावपूर्ण, ममता ने दी केन्द्र को दो टूक चेतावनी, 'अगर इसी तरह जलता रहा बंगाल,तो असम...#FirstIndiaNews @rashtrapatibhvn pic.twitter.com/RPjLK051zn