जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि डेंगू, मलेरिया एवं स्क्रब टाइफस जैसी मौसमी बीमारियों की प्रभावी रोकथाम के लिए राज्य सरकार पूरी सर्तकता के साथ अलर्ट मोड पर कार्य कर रही है. जिला कलक्टर्स आमजन को इन बीमारियों से बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाएं. उन्होंने कलेक्टर्स को प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त स्वास्थ्यकर्मियों को नियोजित करने, स्वास्थ्य केन्द्र पर दवाईयों की पूर्ण उपलब्धता करने और 24 घंटे संचालित कंट्रोल रूम की नियमित मॉनिटरिंग करने के लिए निर्देशित किया.
मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्यमंत्री भजन लाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित जिला कलक्टर्स की बैठक ली. उन्होंने कहा कि गांव से लेकर शहर तक आमजन को मौसमी बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए राज्य सरकार तत्परता के साथ निर्णय ले रही है. उन्होंने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के जलभराव क्षेत्रों में सघन फॉगिंग करने के निर्देश दिए.
कृषि विभाग को किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए कलक्टर्स को खाद के स्टॉक का नियमित निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया. उन्होंने किसानों के लिए डीएपी खाद के विकल्प के रूप में एसएसपी को प्रोत्साहित करते हुए कलक्टर्स को इसके व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए.
भजनलाल ने 22 से 24 अक्टूबर को आयोजित होने वाली समान पात्रता परीक्षा सीईटी की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कलक्टर्स को प्रश्न-पत्रों की सुरक्षा के लिए प्रभावी प्रबंधन करने के निर्देश दिए. परीक्षा केन्द्रों पर विद्युत आपूर्ति, पेयजल सहित आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर करने के निर्देश दिये.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 9 से 11 दिसम्बर तक जयपुर में ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इनवेस्टमेंट समिट-2024’ का आयोजन किया जा रहा है. इसी क्रम में जिला स्तर पर आयोजित होने वाले इनवेस्टर्स मीट के माध्यम से राइजिंग राजस्थान को सफल बनाएं. उन्होंने जिला कलक्टर्स को जिलों में औद्योगिक संगठनों एवं उद्योगपतियों व सीए से सार्थक चर्चा कर निवेश की संख्या बढ़ाने के लिए निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि छोटे निवेश भी जिले में रोजगार के नवीन अवसर सृजित करने में अहम साबित होंगे. शर्मा ने समस्त जिला कलक्टर्स को रोजगार मेलों के आयोजन के माध्यम से युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने व पीएम इंटर्नशिप योजना के माध्यम से युवाओं को अधिक से अधिक लाभान्वित करने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने pwd और udh को दीपावली से पूर्व प्रदेश की सभी क्षतिग्रस्त सड़को की मरम्मत एवं पेचवर्क करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है. ऐसे में सड़क मरम्मत एवं पेच वर्क के कार्य को समयबद्ध एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण किया जाए. मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन के तहत खोदी गई सड़कों के डामरीकरण एवं मरम्मत कार्यों की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर्स को इन कार्यों की निरंतर मॉनिटरिंग के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने राजस्व मण्डल अध्यक्ष हेमन्त गेरा को निर्देशित किया कि राजस्व प्रकरणों के निस्तारण के संबंध में हर माह की अंतिम तारीख को जिला कलक्टर्स के साथ बैठक आयोजित कर रिपोर्ट लेवें. उन्होंने कहा कि संभागीय आयुक्त भी हर माह उपखण्डवार राजस्व प्रकरणों की समीक्षा कर इनकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय भिजवाएं.
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन अभय कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अखिल अरोड़ा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल, प्रमुख शासन सचिव pwd प्रवीण गुप्ता, प्रमुख शासन phed भास्कर ए. सावंत, प्रमुख शासन सचिव उद्योग अजिताभ शर्मा, प्रमुख सचिव आलोक गुप्ता, प्रमुख शासन सचिव राजस्व दिनेश कुमार, प्रमुख शासन सचिव udh राजेश कुमार यादव सहित विभिन्न विभागों के शासन सचिव व राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज उपस्थित रहे तथा समस्त जिला कलक्टर्स वीसी के माध्यम से जुड़े.