जयपुर: रणथंभौर टाइगर रिजर्व में बुकिंग व्यवस्था अब और ज्यादा पारदर्शी भी होगी और आम आदमी भी आसानी से बुकिंग करा सकेगा. अब टिकट पर पर्यटक की फोटो भी लगी होगी और वेटिंग लिस्ट पूरी तरह समाप्त कर एडवांस बुकिंग भी तीन महीने पहले तक ही की जा सकेगी.
रणथंभौर में लागू हुए नवाचार
आज से पारदर्शी और आम आदमी की पकड़ में ऑनलाइन टिकट व्यवस्था
ऑनलाइन टिकटिंग में वेटिंग लिस्ट आज से समाप्त
यात्रा की तारीख से केवल 3 महीने पहले रिजर्वेशन की अनुमति
आज से शुरू हो जाएगा विजिटर्स फीडबैक सिस्टम
पर्यटकों से मिलने वाले शिकायत और सुझाव के आधार पर आगे भी होंगे अहम बदलाव
FD अनूप केआर की देखरेख में नई व्यवस्था हुई लागू
मोबाइल एप तैयार होने पर शुरू होगी वेब चेक इन व अन्य सुविधा
अगले कुछ सप्ताह में DoIT की मदद से कुछ और नवाचार होंगे
देश के सबसे लोकप्रिय टाइगर रिजर्व में से एक रणथंभौर में ऑनलाइन टिकट बुकिंग में भ्रष्टाचार की शिकायत मिलती रही थी. इसके बाद वन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव अपर्णा अरोड़ा के स्तर पर बैठक बुलाकर बदलाव का तकमीना तैयार किया गया. फील्ड डायरेक्टर अनूप केआर के निर्देश पर पर्यटकों और अन्य स्टेक होल्डर्स से फीडबैक लिया गया उसके आधार पर कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं. आज से ऑनलाइन बुकिंग में वेटिंग लिस्ट समाप्त कर दी गई है. एडवांस बुकिंग भी पहले एक साल पहले तक करवाई जा सकती थी अब तीन महीने तक ही एडवांस बुकिंग करवाई जा सकेगी. यही नहीं तत्काल कोटे के वाहनों की नियमित चेकिंग होगी और उन पर तत्काल कोटा वाहन का बोर्ड भी लगाना होगा. महिला वनरक्षकों को पर्यटन व्यवस्था में नियमित निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है.
रणथंभौर रोजाना ढाई हजार से ज्यादा पर्यटक सफारी के लिए आते हैं. शिकायत मिली थी कि कुछ होटल और निजी ऑपरेटर बुकिंग में धांधली करते हैं. इसे रोकने के लिए फील्ड डायरेक्टर अनूप केआर ने अब जल्द ही डीओआईटी की मदद से टिकट पर पर्यटक की फोटो लगाने की तैयारी कर ली है. इससे फोटो देखकर ही पर्यटक को अंदर प्रवेश दिया जाएगा. यही नहीं वैब चैक इन की सुविधा भी होगी जो मोबाइल एप आने के बाद शुरू होगी. अनूप केआर का कहना है कि पर्यटक फीडबैक सिस्टम के आधार पर ही बदलाव किए गए हैं जो आगे भी जारी रहेंगे.
दरअसल रणथंभौर की बुकिंग व्यवस्था पर कुछ होटल संचालक और बुकिंग व्यवस्था के मास्टर हो चुके कुछ ऑपरेटर हावी हो चुके थे. फर्जीवाड़े और अधिक वसूली की शिकायतों का अंबार लग चुका था. अब अनूप केआर और उनकी टीम इसमें सुधार के प्रयास कर रही है. हालिया बदलाव के नतीजे बताएंगे इनकी मेहनत कितनी कारगर रही है.