नई दिल्ली: रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में ब्रिक्स संसदीय सम्मेलन का आगाज हो गया है. इस सम्मेलन के शुभारंभ सत्र में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सम्मिलित हुए. सम्मेलन में भारत के साथ ब्राजिल, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका के संसद अध्यक्ष शामिल हो रहे है.
इजिप्ट, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और UAE के संसद अध्यक्ष भी शामिल हुए है. उद्घाटन सत्र को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सम्बोधित किया. ओम बिरला ने रशियन भाषा में 'डुबरा उतरा' से अभिवादन कर अपना सम्बोधन शुरू किया.
बिरला की इस पहल की रूस के संसद के दोनों सदनों के अध्यक्षों ने ताली बजाकर प्रशंसा की. बैठक में उपस्थित रूस के सांसदों ने भी ताली बजाकर किया बिरला का अभिवादन किया. ओम बिरला ने भारत में हुए दुनिया के सबसे बड़े चुनाव के बारे में जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि भारत के 65 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने निष्पक्ष मतदान से अपनी सरकार चुनी है. नरेंद्र मोदी को तीसरी बार PM तथा मुझे दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बनने का आशीर्वाद मिला. वसुधैव कुटुंबकम की संस्कृति के साथ भारत परस्पर सहयोग बढ़ाना चाहता है.
G-20 के दौरान महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए भारत की प्रतिबद्धता परिलक्षित हुई है. ओम बिरला ने आगे कहा कि UNSC, WHO जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में सुधार की आवश्यकता है. भारत की संसद इजिप्ट, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और UAE की संसदों का ब्रिक्स समूह में स्वागत करती है.
इससे ब्रिक्स मजबूत होगा, बेहतर और सतत भविष्य की दिशा में प्रयासों को बल मिलेगा. विश्व के लिए जलवायु परिवर्तन, समावेशी सामाजिक-आर्थिक विकास बड़ी चुनौती है. खाद्य एवं पोषण सुरक्षा तथा SDG लक्ष्यों की प्राप्ति साझे भविष्य को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक है. ब्रिक्स के सदस्य देशों और संसदों के बीच और अधिक सहयोग से हम विकास, समृद्धि का लाभ सभी तक पहुंचा सकते हैं.